यूपी: रिश्वतखोरी के आरोप मे बीजेपीे की महिला नेता गिरफ्तार

भ्रष्टाचार के मामलों में जहां भाजपा शासित कई प्रदेशों में घोटालों और रिश्वतखोरी के आरोपियों के बचाव में सत्ता और संगठन खुलकर सामने आ रहे हैं वहीं उत्तरप्रदेश में योगी आदित्यनाथ ने भ्रष्टाचार के खिलाफ आदर्श प्रस्तुत किया है। उन्होंने रिश्वतखोरी की एक शिकायत पर 24 घंटे के भीतर जांच कराई और दोषी पाए जाने पर भाजपा की महिला नेत्री के खिलाफ मामला दर्ज करवाकर गिरफ्तार करवा दिया। भाजपा नेत्री के घर से घूस की रकम भी बरामद हुई है।

कूडाघाट आवास विकास कालोनी की रहने वाली भारतीय जनता पार्टी महानगर में मंत्री सरिता सिंह पर आरोप है कि उन्होंने मोबाइल लूटने के आरोप में 13 अक्तूबर को कैंट पुलिस द्वारा पकड़े गए हर्षित पाण्डेय को जेल जाने से बचाने का वायदा किया। उन्होंने हर्षित के गिरफ्तार न किए जाने के एवज में 50 हजार रुपये की मांग की। हर्षित की मॉ रीता पाण्डेय ने बेटे को छुड़ाने के लिए कैंट थाने पहुंची थी जहां उनकी मुलाकात भाजपा नेत्री से हुई थी। भाजपा नेत्री ने रकम की मांग करते हुए छुड़ाने का आश्वासन दिया था।

उसी दिन रीता ने पैसे का इंतजाम कर सरिता को रकम दे दी थी लेकिन उसके बाद भी हर्षित जेल चला गया। हर्षित के परिजन तब रकम वापस मांगने लगे लेकिन सरिता सिंह लौटा नहीं रही थी। शुक्रवार को इसी बात की शिकायत लेकर हर्षित के परिजनों ने अपनी पड़ोसी रिश्तेदार प्रभा पाण्डेय के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात कर शिकायत की।

मुख्यमंत्री ने तत्काल वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को इस मामले में कार्रवाई करने के आदेश दिए। उसके बाद सक्रिय हुई पुलिस ने पीड़ित परिवार से लिखित शिकायत लेकर सरिता सिंह को गिरफ्तार कर लिया। उनकी निशानदेही पर उनके घर से 50 हजार रुपये की रकम बरामद भी कर लिया। सरिता सिंह को महिला थाना लाया गया जहां उनकी गिरफ्तारी संबंधी औपचारिकताएं पूर्ण की गई।

महिला थाना की एसएचओ शालिनी सिंह ने बताया कि सरिता सिंह के खिलाफ आईपीसी की धारा 419, 420 और 406 के अंतर्गत एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया है।