कासगंज हिंसा में आया नया वीडियो : इसमें हिंदू युवक बंदूक लिए मुस्लिम बहुल इलाकों में जा रहे हैं

उत्तर प्रदेश पुलिस कासगंज हिंसा से जुड़े एक नए विडियो की जांच कर रही है, जिसमें गणतंत्र दिवस वाले दिन हिंदू युवक हाथों में बंदूक लिए मुस्लिम बहुल इलाकों की तरफ जाते नजर आ रहे हैं। स्थानीय तहसील दफ्तर की छत से शूट किए गए इस विडियो में कई सारे युवक हाथों में डंडे वगैरह लिए भी नजर आ रहे हैं। विडियो में एक युवक पिस्टल लहराते हुए दिख रहा है। नवभारत टाइम्स में प्रकाशित खबर के अनुसार अखबार इस विडियो की सत्यता की पुष्टि नहीं करता है।

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पुलिस के एक सूत्र ने बताया कि वहां पर करीब 50 की संख्या में युवक मौजूद थे और उनमें से एक ने हाथ में तिरंगा झंडा लिया हुआ था। इनमें एक युवक के हाथ में बंदूक भी दिख रही थी और कुछ अन्य ने डंडे ले रखे थे। इस दौरान कई राउंड हवाई फायर किए गए और मुस्लिम बहुल इलाकों की तरफ पत्थरबाजी भी की गई। 14 सेकंड के इस विडियो में नजर आ रहे युवकों की शिनाख्त के लिए एक स्पेशल टीम जांच कर रही है।

इसके साथ ही शहर कोतवाली के एसएचओ रिपुदमन सिंह की तरफ से फाइल की गई एफआईआर में कहा गया है कि तिरंगा यात्रा में शामिल युवाओं को दूसरे समुदाय के लोगों ने अपनी कॉलोनी के रास्ते जाने से मना किया, जिसके बाद दोनों समूहों में झड़प होने लगी। जब पुलिस ने मामला शांत कराने के लिए हस्तक्षेप किया तो किसी ने बात नहीं मानी। इसी दौरान गली में गोली चलने की आवाज आई। इसके बाद दोनों तरफ से पत्थरबाजी और फायरिंग होने लगी। पुलिसकर्मियों को भी निशाना बनाया गया।

यह विडियो हुल्का मोहल्ले में शूट किए गए एक विडियो के बाद सामने आया है। इसमें तिरंगा यात्रा में शामिल युवक तिरंगा और भगवा झंडा लहराते नजर आ रहे थे। उस विडियो में युवक कुछ ऐसे स्लोगन भी लगा रहे थे जिसे मुस्लिम इलाके में रहने वाले कई लोग उत्तेजक और भड़काऊ मान रहे हैं।

गौरतलब है कि कासगंज में 26 जनवरी गणतंत्र दिवस के अवसर पर हुए विवाद में चंदन गुप्ता (22) नामक एक युवक की गोली लगने से मौत हो गई थी। मृतक के पिता सुशील गुप्ता ने एफआईआर में कहा है कि उनका बेटा चंदन, छोटे बेटे विवेक के साथ तिरंगा यात्रा में शामिल होने गया था, जब उसकी हत्या हो गई। उन्होंने वसीम, नसीम और कासिम नामक युवकों पर हत्या का आरोप लगाया है। इसके अलावा 20 अन्य के खिलाफ भी नामजद मुकदमा लिखवाया गया है।