उत्तर प्रदेश की पुलिस की दबंगई किस हद तक बढ़ सकती है, इसका अंदाजा इस घटना से लगाया जा सकता है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने देश की रक्षा करने वाले सैनिक की बर्बरतापूर्ण पिटाई कर दी. मामला नोएडा के थाना क्षेत्र जेवर का है.
डायल 100 जिप्सी पर तैनात पुलिसकर्मियों ने एक फौजी से बर्बरतापूर्ण मारपीट की. फौजी का सिर्फ इतना कसूर था की पुलिस द्वारा लोगों से की जा रही अवैध उगाही का उसने विरोध किया था. इस विरोध के चलते फौजी को जिप्सी पर तैनात पुलिस कर्मियों द्वारा इतना पीटा गया की वह बेहोश हो गया.
जब उसकी आंख खुली तो वह थाना जेवर की सलाखों के पीछे था. यह सिलसिला यहीं तक नहीं थमा, इसके बाद पुलिस द्वारा फौजी को भिन्न धाराओं में जेल भी भेज दिया गया. जब फौजी जेल से जमानत पर छूट कर घर आया तो उसने आपबीती अपने परिवार को सुनाई.
आजतक में प्रकाशित रिपोर्ट के अनुसार अनुज ने बताया कि 24 अगस्त शाम 7 बजे वह अपने घर जेवर से अपने खेतों पर घूमने जा रहे थे, तो रास्ते में उन्होंने देखा कि काले रंग की डायल 100 गाड़ी पर तैनात पुलिसकर्मी लोगों को रोक कर अवैध उगाही कर रहे थे.
अनुज ने बताया, ‘जब मैंने इसका विरोध किया तो पुलिसकर्मियों ने एक पीसीआर और बुला ली. फिर लगभग आधा दर्जन पुलिसकर्मियों द्वारा मुझे इतना पीटा गया कि मैं बेहोश हो गया और जब मेरी आंख खुली तो मैं जेवर थाने के कटघरे में था. उसके बाद मुझे भिन्न धाराओं में फंसाकर जेल भेज दिया गया और पुलिस द्वारा धमकाया गया की यदि मज़िस्ट्रेट के सामने अपनी जुबान खोली तो मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी जाएगी.
जब जमानत होने के बाद मैं मेडिकल कराने जिला अस्पताल गया तो डाक्टरों ने मेरा मेडिकल करने से यह कह कर मना कर दिया कि तुम्हारा मेडिकल तो जेवर अस्पताल में हो चुका है, जबकि मुझे यह तक नहीं पता कि मेरा मेडिकल कब हुआ.’
इतना ही नहीं ख़बरों की माने तो इस घटना की जानकारी देने से पुलिस के आला अधिकारी बचते नजर आये.