अंतर्राष्ट्रीय हिंदू महासंघ के अध्यक्ष प्रवीण तोगड़िया के लखनऊ से अयोध्या मार्च को लेकर एक तरफ सरकार सुरक्षा और रोक की तैयारी में जुटी है। उधर अयोध्या में प्रवीण तोगड़िया के आगमन को लेकर हलचल देखी जा रही है। चाहे वह राम जन्म भूमि के पक्षकार हों या बाबरी पक्षकार दोनों ने ही प्रवीन तोगड़िया के इस कदम का विरोध किया है।
मामले में राम जन्मभूमि के पक्षकार धर्मदास ने रविवार को पूछा कि प्रवीण तोगड़िया राम जन्मभूमि मामले में क्या हैं? उन्होंने कहा कि प्रवीण तोगड़िया को अपने कर्मों को धोने के लिए राम नाम जपने के लिए संकल्प लेना चाहिए।
धर्मदास ने कहा कि 1949 से कोर्ट में मामला लंबित है. 29 अक्टूबर से इसमें रोज सुनवाई होनी है। हम कोर्ट का फैसला मानने के लिए हैं। वहीं प्रवीण तोगड़िया को कोई पूछ नहीं रहा है तो इस तरह का नाटक कर रहे हैं।
वहीं बाबरी मस्जिद के पक्षकार इकबाल अंसारी ने कहा कि जब भी कोई नेता अयोध्या का माहौल खराब करने की कोशिश करता है तो सरकार के ऊपर उसकी निगाह होती है। कानून का भी राज होना चाहिए।
दीपावली आ रही है। त्यौहार के मद्देनजर किसी को इस तरह का काम करने नहीं दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि शिया बोर्ड के वसीम रिजवी, खुद को बाबर का वंशज बताने वाले प्रिंस तुसी अपने इलाके में अपनी राजनीति चमकाने के लिए अयोध्या कूच करते हैं।
पूरे हिंदुस्तान का माहौल खराब करते हैं। इकबाल अंसारी ने कहा कि सरकार जो कदम उठा रही है, वह बेहतर है। हिंदू हो, चाहे मुसलमान हो ऐसे लोगों पर रोक लगानी चाहिए।