आखिर मोदी से क्यों नाराज़ हैं तोगड़िया?

इलाहाबाद: विश्व हिंदू परिषद के कार्यकारी अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया ने रविवार को इशारों ही इशारों में मोदी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने क्लीनकल स्टेबलिसमेंट एक्ट और जेनरिक दवाओं के बहाने मोदी सरकार पर तमाम सवाल उठाए। कहा कि यूपीए सरकार ने यह एक्ट लागू किया जो एनडीए गर्वनमेंट में भी लागू है। इस एक्ट से डाक्टरों की बजाय मरीजों का ज्यादा नुकसान है। सिविल लाइंस स्थित एक होटल में इंडिया हेल्थ लाइन कार्यक्रम की इलाहाबाद में शुरुआत करने आए डा. तोगड़िया उद्घाटन सत्र के बाद मीडिया से मुखातिब थे। उन्होंने क्लीनकल स्टेबलिसमेंट एक्ट को लेकर कहा कि मेरी केंद्र सरकार से मांग है कि इस एक्ट को वापस लिया जाए। यह एक्ट यूरोप और अमेरिका का पागलपन है। जिसे भारत में लागू किया गया। चिकित्सक होने के नाते इतना कहूंगा कि यह एक्ट मरीजों के लिए अच्छा नहीं है। इससे सिर्फ कारपोरेट को ही फायदा हो रहा है। इस दौरान उन्होंने राज्य सरकार द्वारा खोले जा रहे जनऔषधीय केंद्र पर भी कटाक्ष किया। कहा कि जेनरिक दवाओं के स्टोर को खोलने की बजाय सभी मेडिकल स्टोरों मेें ये दवाएं उपलब्ध कराई जाए। साथ ही ये दवाएं भी स्टैंडर्ड होनी चाहिए। डा. तोगड़िया ने ब्रांडेड और जेनरिक दवाओं के दाम में अंतर बढ़ाए जाने की भी वकालत की। इसके पूर्व उन्होंने कहा कि देश में उत्पादन होने वाली सभी दवाओं का स्टैंडर्ड भी केंद्र सरकार सुनिश्चित करे। विहिप के कार्यकारी अध्यक्ष एवं इंडिया हेल्थ लाइन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. प्रवीण भाई तोगड़िया रविवार को एक नई भूमिका में नजर आए। हिंदुत्व का नारा बुलंद करने वाले डा. तोगड़िया से जब अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर सवाल पूछा गया तो वे चुप्पी साध गए। कहा कि मंदिर मुद्दे पर कुछ नहीं बोलूंगा। उन्होंने कहा कि विहिप नेता नहीं बल्कि चिकित्सक के रूप में इलाहाबाद आया हूं इसलिए राजनीतिक मुद्दे पर भी कुछ नहीं बोलूंगा।