इंसानियत के लिए इससे भी बड़ी मुश्किलें झेलने को तैयार: डॉ कफील खान

लखनऊ: यूपी प्रेस क्लब में मेडिकल प्रोफेशन ओक्मिनेटमेंट टू दी ह्यूमानिटी के बैनर तले एक कार्यक्रम का आयोजन हुआ। इस मौके पर खास मेहमान की हैसियत से लेक्चरर डॉ कफील खान भी शामिल हुए।

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इस मौके पर डॉ कफील खान ने संबोधित करते हुए कहा कि हर अच्छे काम में कांटे होते हैं। हमें उन काँटों को मोहम्मद साअ के बताए हुए अखलाक से ही दूर करना होगा। उसके आलावा दुनिया की सभी मुश्किलों का जवाब बेहतर शिक्षा है। जिसके जरिए हम एक समृद्ध समाज के बेहतर इन्सान बन सकते हैं।

उन्होंने बीआरडी मेडिकल कॉलेज के उन 48 घंटों का ज़िक्र करते हुए कहा कि मैं कैसे उन बच्चों को मरते हुए देख सकता था, जहां सिर्फ एक डॉक्टर की बात नहीं थी। बल्कि एक इंसान की बात थी, हम कैसे उन बच्चों को खो सकते थे। जिन्होंने अभी उस दुनियां में ऑंखें खोलीं थीं।

उस मां की कितनी हसरतें रही होंगी। जिसका बच्चा मुद्दतों बाद पैदा हो। हमने इंसानियत के बढ़ावा के लिए उन मासूम बच्चों को बचाने की हर संभव कोशिश की। लेकिन अफ़सोस हमें किस चीज़ की सज़ा दी गई, हमें नहीं मालूम। जहाँ हमें और हमारे परिवार पर अत्याचार का पहाड़ ढाया गया।