गुजरात के अहमदाबाद के एचके आर्ट्स कॉलेज के वार्षिकोत्सव के लिए निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी को मुख्य अतिथि बनाने पर उस समय बवाल हो गया, जब विद्यार्थी परिषद के छात्रों ने इसका विरोध शुरू कर दिया।
आनन-फानन में कॉलेज ट्रस्ट ने वार्षिकोत्सव ही रद्द कर दिया। समारोह की मंजूरी रद्द किए जाने के विरोध में अब कॉलेज प्राचार्य हेमंत कुमार शाह ने इस्तीफा दे दिया है।
I salute the Principal and Vice Principal who have resigned because their college's trustees disinvited @jigneshmevani80 . They represent the best traditions of Gujarat. Patel, Gandhi, and Hansa Mehta would have been proud of them:https://t.co/JqiYcRtfMv
— Ramachandra Guha (@Ram_Guha) February 12, 2019
अमर उजाला पर छपी खबर के अनुसार, भाजपा और पीएम नरेंद्र मोदी के धुर विरोधी माने जाने वाले निर्दलीय विधायक जिग्नेश मेवाणी इसी कॉलेज के छात्र रहे हैं। विधायक चुने जाने व सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में कॉलेज प्रशासन ने उन्हें सोमवार को होने वाले वार्षिकोत्सव में बतौर मुख्य अतिथि आमंत्रित किया था।
Hemantkumar Shah, Principal of HK Arts College in a letter to College trustee: Jignesh Mevani is alumnus of this college&an MLA so I invited him as chief guest. Students were opposing that he'll speak something controversial&even said if he comes they wont let the function happen
— ANI (@ANI) February 12, 2019
भाजपा की छात्र इकाई अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद समर्थक छात्रों ने कॉलेज प्रशासन के समक्ष विरोध जताते हुए कहा था कि जिग्नेश मेवाणी के कॉलेज आने से हंगामा होगा। इसके बाद आर्ट्स कॉलेज के ट्रस्ट संचालक ब्रम्हचारी वाडी ने सभा खंड की मंजूरी रद्द कर दी और प्रशासन को वार्षिकोत्सव रद्द करना पड़ा।
#Interview: Gujarat college academics explain why they resigned after #JigneshMevani controversy https://t.co/BqSZgmnMpP pic.twitter.com/HQk47Wwe4B
— scroll.in (@scroll_in) February 13, 2019
रविवार की देर शाम कॉलेज के प्राचार्य हेमंत शाह ने कार्यक्रम रद्द होने की जानकारी सोशल मीडिया के जरिए दी। शाह ने सोमवार को ट्रस्ट को एक पत्र लिखकर ट्रस्ट के फैसले को संविधान के विचार, वाणी व अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के विरुद्ध बताते हुए अपने पद से इस्तीफा दे दिया।
शाह ने पत्र में लिखा है कि एक राजनीतिक संगठन के छात्र संगठन के दबाव में आकर ट्रस्ट ने अपना फैसला बदल लिया। शाह का आरोप है कि लोगों की विचार व अभिव्यक्ति की आजादी पर हमला है। उनका तर्क था कि पहले भी कॉलेज के समारोह में राजनीतिक लोगों को आमंत्रित किया जाता रहा है।
शाह ने स्पष्ट कहा है कि उन्होंने कोई गलत फैसला नहीं किया, ट्रस्ट का फैसला संवैधानिक अधिकारों की हत्या करने के समान है। उन्होंने लिखा कि जिग्नेश मेवाणी को भी अपनी बात कहने का पूरा अधिकार है, इस तरह के अधिकार पर हमले के प्रयासों का सतत विरोध करता रहा हूं।
प्रिंसिपल ने आगे लिखा कि ट्रस्ट ने समारोह की मंजूरी नहीं दी, जो कि कॉलेज की परंपरा व प्रतिष्ठा को भी हानि पहुंचाने वाला है। ट्रस्टी बालक्रष्ण दोशी, पद्मश्री कुमार पाल देसाई, ज्ञापनीठ पुरस्कार विजेता साहित्यकार रघुवीर चौधरी के प्रति सम्मान दर्शाते हुए शाह ने अपने पद से त्याग पत्र दे दिया। उन्होंने नोबल पुरस्कार विजेता अर्थशास्त्री फ्रेडिकर वॉन हायेक का कथन लिखते हुए बताया कि भय व लालच से बाहर निकलें, तभी स्वतंत्रता बनी रह सकती है।
पत्र लिखते हुए प्राचार्य ने कहा कि कॉलेज में स्वतंत्र तरीके से काम कर सकूं ऐसा नहीं लगता, 102 दिन कार्य करने के बाद 15 फरवरी को दोपहर 12 बजे बाद प्राचार्य के रूप में कोई काम नहीं करेंगे।
मेवाणी का आरोप- भाजपा के गुंडों की धमकी से डर गया कॉलेज
उत्तरी गुजरात के वडगाम सीट से विधायक जिग्नेश मेवाणी ने कहा कि एचके आर्ट्स कॉलेज के ट्रस्टी को भाजपा के गुंडों के धमकी भरे फोन के बाद वार्षिकोत्सव रद्द कर दिया गया, जिसमें मुझे मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया गया था।
उन्होंने कहा कि यहां मैं बाबा साहब अंबेडकर के जीवन व मिशन पर बोलने वाला था। नैतिक आधार पर इस्तीफा देने वाले प्राचार्य हेमंत शाह को सलाम।