नई दिल्ली। आरबीआई (रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया) ने 2000 का नोट छापना बंद कर दिया है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, आरबीआई ने 5 महीने पहले से ही इन नोटों की छपाई बंद कर दी थी। भारतीय रिजर्व बैंक ने इस नोट को शुरू करने के बाद केवल 4 महीने तक उसे छापा था।
जब बाजार में तेजी से इन नोटों का सर्कुलेशन बढ़ने लगा तो रिजर्व बैंक ने इसकी छपाई बंद कर दी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 8 नवंबर 2016 को नोटबंदी की घोषणा की थी और उसी समय 2000 का नोट बाजार में उतारा गया था। आपको बता दें कि अब तक नोटों की जो संख्या हुई है उनमें 90 प्रतिशत नोट 500 रुपये के हैं। पांच सौ रुपये के करीब 14 अरब नोट छपा है।
आरबीआई की मैसूर प्रेस में हाल में 200 रुपये के नोटों की जोर-शोर से छपाई चल रही है। उम्मीद है कि अगले महीने करीब 1 अरब डॉलर मूल्य के 200 नोट बाजार में आ जाएंगे। रिपोर्ट के अनुसार, 2000 रुपये के 7.4 लाख करोड़ रुपये मूल्य के नोट अब तक छप गए हैं। आरबीआई का जोर अब छोटे नोटों पर है। आपको बता दें कि रिजर्व बैंक नकदी की कमी को दूर करने के लिए अगले महीने 200 रुपये का नोट लॉन्च कर सकता है। सरकार ने 2000 रुपये के नोट की छपाई बंद ज़रूर कर दी है लेकिन जो नोट पहले से बाजार में चल रहे हैं उन पर किसी तरह की रोक नहीं है और उनका चलन पहले की तरह होता रहेगा।