वैसे तो प्रियंका चोपड़ा संयुक्त राष्ट्र की विशेष राजदूत भी रह चुकी हैं, और वह सामाजिक कार्य में भी नज़र आती हैं। लेकिन इस बार प्रियंका चोपड़ा ने भारत व एशिया और अफ्रीका के बजाय मध्य पूर्व कि देश ‘जॉर्डन’ पहुंची। जहां उन्होंने सीरियाई शरणार्थियों के शिविर का दौरा किया।
जॉर्डन में बेवाच की हिरोइन ने अपने Instagram पर सीरियाई प्रवासी बच्चों के शिविर का फोटो और वीडियो शेयर किया है। जिसे लाखों लोगों ने लाइक किया। प्रियंका चोपड़ा द्वारा शेयर की गई तस्वीर में वह एक संयुक्त राष्ट्र के बच्चों से सबंधित सहायक संगठन ‘यूनिसेफ़ की फ़ाइल पढ़ रही हैं। इस तस्वीर के साथ उन्होंने दुनिया को आंखें खोलने और सीरियन शरणार्थियों की समस्याओं को हल करने के लिए भी कहा।
एक दूसरे वीडियो में वह प्रवासी बच्चे को अपना नाम लिखना सिखाती नज़र आईं। वहीं एक अन्य वीडियो में वह सामुदायिक केंद्र में रहने वाली एक सीरियाई लड़की ईमान के साथ उनकी बनाई गई ड्राइंग देखती हुई नज़र आईं, इस वीडियो को शेयर करते हुए उन्होंने शीर्षक में लिखा कि ईमान द्वारा बनाई गई ड्राइंग बहुत संवेदनशील हैं, उनमें से एक आदमी को जेल में कैद दिखाया गया है, लेकिन वह क़ैद होने के बावजूद पपरिंदे को दाना दे रहा है।
उन्होंने एक वीडियो में जॉर्डन की तारीफ़ करते हुए वहां स्कूलों की कमी और बच्चों कि शिक्षा पर तवज्जो न देने से सबंधित लोगों को सूचित किया।
प्रियंका चोपड़ा द्वारा शेयर किए गए वीडियो और फोटो में सबसे अहम फोटो वह थी जिसमें वह एक छोटे बच्चे को गोद में लिए हुई हैं और दूसरे छोटे बच्चे उनके पास बैठे हैं।
गोद में ;लिए हुए बच्चे के बारे में उसने कहा कि वह पांच महीने का सुलेमान है, जिसकी नाक में बीमारी है और अब उसे दूसरी बार सर्जरी की ज़रूरत है। लेकिन उसके पिता रोज़ काम करने वाला मजदूर है।
प्रियंका चोपड़ा ने इस परिवार के बारे में और लिखा कि जब उन्होंने उन बच्चों की मां से सीरिया के न खत्म होने वाली युद्ध के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि तो अगर वह अभी सीरिया नहीं जा सकतीं तो उनकी ख्वाहिश है कि उनके बच्चे पढ़ लिख कर मजबूत और बड़े बनें, ताकि वे वापस जाएं और अपनी मातृभूमि सिरिया को बचायें।