नांदेड़: गौरक्षा के नाम पर मुसलमानों के साथ जारी अत्याचार व बर्बरता के खिलाफ मुसलमानों में गुस्सा है। सरकार से नाराजगी ज़ाहिर करने के लिए देश भर में ‘नॉट इन माई नेम’ के शीर्षक से विरोध किया जा रहा है।
इसी सिलसिले की एक कड़ी के तौर पर नांदेड़ में सर्वदलीय विरोध धरने का आयोजन किया गया। धरने में मुस्लिम और दलित संगठनों के प्रतिनिधियों ने भी भाग लिया, सरकार पर अत्याचार को रोकने में नाकामी का आरोप लगाया है।
धरने के अंत में मिल्ली संगठनों के प्रतिनिधिमंडल जिला कलेक्टर से मिले और उन्होंने राष्ट्रपति के नाम लिखा एक ज्ञापन सोंपा। इस ज्ञापन में कई मांग किए गए हैं, जिनमें से एक प्रमुख मांग तथाकथित गौरक्षकों के बढ़ती बदमाशी से सुरक्षा के लिए मुसलमानों को हथियार रखने की अनुमति देने और गोरक्षकों को आतंकवादी करार देकर पुलिस को उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई है।
उन्होंने कहा है कि गौरक्षा के नाम पर अत्याचार एक सोची-समझी साजिश है, इससे देश को एक विशेष रंग में रंगने की कोशिश की जा रही है। धरने में शामिल दलित संगठनों के ज़िम्मेदारों ने भी मुसलमानों के खिलाफ अत्याचार की तीव्र शब्दों में निंदा की।