PM मोदी के गुजरात में GST का विरोध, कपड़ा व्यापारियों ने किया 3 दिन बंद का ऐलान

गुजरात शहर महीने के अंत में गांधीनगर में शुरू होने वाले टेक्सटाइल इंडिया 2017 के लिए पूरी तरह से तैयार है। लेकिन वहीं दूसरी तरफ राज्य के कपड़ा व्यापारियों ने केंद्र सरकार के द्वारा कपड़ों पर 5 प्रतिशत जीएसटी कर लगाए जाने के विरोध में मंगलवार को तीन दिवसीय बंद की घोषणा की है।

उन्होंने चेतावनी दी है कि अगर 5 प्रतिशत जीएसटी का फैसला वापस नहीं लिया गया तो हड़ताल आगे अनिश्चितकाल के लिए जारी रहेगी। 30 जून से 2 जुलाई तक चलने वाले इस ट्रेड फेयर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे।

हड़ताल के मद्देनजर सूरत, राजकोट, अहमदाबाद और भावनगर के 2-3 लाख कपड़ा व्यापारियों ने अपना व्यवसाय ठप्प कर दिया है। मस्कटी कपड़ा व्यापारी संगठन के प्रमुख गौरंग भगत ने कहा, पूरे अहमदाबाद से 8000 से 10,000 कपड़ा व्यापारियों ने इस प्रदर्शन में भाग लिया है, वहीं राज्य के दूसरे भागों से भी व्यापारी आ रहे हैं।

उल्लेखनीय है कि, व्यापारियों के इस कदम से राज्य को 3,000 करोड़ प्रति दिन का नुक्सान उठाना पड़ेगा। राज्य सरकार के उच्च अधिकारियों ने इस मुद्दे को मुख्यमंत्री विजय रुपानी और उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल के समक्ष रखा है। उन्होंने कहा कि राज्य में प्रदर्शन की वजह से ट्रेड शो के दौरान फुटबॉल में भागीदारी प्रभावित होगी।

एक अधिकारी ने बताया, व्यापारियों के प्रदर्शन के कारण हम इवेंट को लेकर चिंतित हैं। लगभग 2500 विदेशी सहित 1500 प्रदर्शक, 20,000 प्नेरतिभागी पहले ही इस इवेंट के लिए पंजीकृत करा चुके हैं।

‘टेक्सटाइल इंडिया 2017’ केंद्रीय कपड़ा मंत्रालय, केंद्रीय व्यापार मंत्रालय और विभिन्न कपड़ा निर्यात प्रोत्साहन परिषद के द्वारा आयोजित किया जा रहा है। यह इवेंट महात्मा मंदिर में आयोजित किया जा रहा है।

नितिन पटेल ने कहा कि उनकी समस्या को सुलझाने के लिए कई कदम उठाए गए हैं। फेयर में भाग लेने वाले प्रतिभागी अमेरिका, चाइना, युके, ऑस्ट्रेलिया, जर्मनी, बांग्लादेश, दक्षिणी कोरिया, युएई, वियतनाम सहित कई देशों से आ रहे हैं।

बुधवार को मस्कटी कपड़ा व्यापार संगठन के प्रतिनिधि, वाणिज्यिक कर आयुक्त पी. डी. वाघेला को इस बाबत एक ज्ञापन सौंपेंगे। अपने हड़ताल को प्रभावकारी बनाने के लिए वे मानव श्रंखला का निर्माण करेंगे। यह श्रंखला नया कपड़ा बाजार से होते हुए सफल बाजार तक दौरा करेगा।

आंदोलनकारियों का प्रतिनिधि पूर्व मुख्यमंत्री आनंदीबेन से मिले। उन्होंने कहा, हमने आनंदीबेन से मिलकर इस पर विस्तारपूर्ण चर्चा की है।