AMU में तारिक फतेह के प्रोग्राम के ख़िलाफ़ प्रदर्शन, छात्र बोले- नफ़रत फ़ैलाने वाले बर्दाश्त नहीं

अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में 11 जून को होने वाले कनाडाई लेखक तारिक फतेह के प्रोग्राम के विरोध में छात्रों ने जिला कलक्ट्रेट पर धरना दिया।

यह विरोध प्रदर्शन में समाजवादी पार्टी छात्र सेल, कांग्रेस पार्टी, एनएसयूआई और शहर के सामाजिक संगठनों की ओर से आयोजित किया गया था। साथ ही जिला प्रशासन को एक याचिका भी दी गई।

इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कहा कि रमज़ान के मुबारक महीने में अलीगढ़ के मुसलमानों की भावनाओं को ठेस पहुँचने की साजिश के तहत तारिक फतेह को बुलाया जा रहा है। तारिक फ़तेह भाजपा और आरएसएस के एजेंट हैं।

विरोध कर रहे लोगों का कहना था कि शिक्षण संस्थान में हर धर्म और वर्ग के छात्र अध्ययन कर रहे हैं, ऐसे में किसी विवादास्पद व्यक्ति को बुलाना छात्रों की भावनाओं को ठेस पहुंचाने के बराबर है।

उन्होंने कहा कि पाकिस्तान भारतीय सैनिकों के सिर काट रहा है और हम पाकिस्तान के निवासी को अलीगढ़ में कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे कि इस तरह का व्यक्ति हमारे देश में आए और हमारे ही भाई बहन इसका आतिथ्य करें। यह हमारे शहीदों को अपमानित करने के बराबर है।

सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना था कि यह शांतिपूर्ण शहर है। ऐसे में बदमाश हिंदू मुस्लिम भेदभाव पैदा करना चाहते हैं, जिसको किसी भी तरह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि शहर के मुसलमान तारिक फतेह को अलीगढ़ में प्रवेश नहीं होने देंगे।

प्रदर्शनकारियों का कहना था कि रमज़ान में तारिक फतेह का कार्यक्रम रखना एक सोची-समझी साजिश है। तारिक फ़तेह इस्लाम के खिलाफ अपने विचार व्यक्त कर मुसलमानों के भावनाओं को ठेस पहुंचाता है।

इस कार्यक्रम के जरिए अधिक उत्तेजना की आशंका है। इसलिए जिला प्रशासन से मांग है कि वह शहर की शांति बनाए रखने के लिए इस तरह के किसी कार्यक्रम की अनुमति न दे।