महाराष्ट्र: ब्राह्मण जाति की नहीं थी महिला रसोइया, इसलिए दर्ज करा दिया मुकदमा

महाराष्ट्र: पुणे के शिवाजी नगर से जाति के आधार के भेदभाव का एक अनोखा ही मामला सामने आया है।

पुणे मौसम विभाग में कार्यरत डॉ मेधा विनायक खोले ने सिंहगढ़ रोड पुलिस थाने में अपनी नौकरानी के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई है। मेधा विनायक का कहना है कि उनके घर में काम करने वाली महिला ने अपनी जाति छिपाई है।

उसने हमसे कहा था कि वह ब्राह्मण और सुहागिन है लेकिन वह दूसरी जाति से है। उसने अपना नाम निर्मला कुलकर्णी बताया था, लेकिन उसका नाम निर्मला यादव है। मेधा बताती हैं कि धार्मिक कामों के लिए खाने बनाने के लिए उसे एक महिला की जरूरत थी। साल २०१६ में निर्मला उनके घर आई, उसने अपना खुद को ब्राह्मण और सुहागिन बताया।

उसने कहा कि वह उनके लिए खाना बनाने का काम कर देगी। जिसके बाद मैंने उसे धार्मिक आयोजन पर खाने बनाने की इजाजत दे दी। लेकिन इस साल 6 सितंबर को उनके गुरुजी ने बताया कि निर्मला ब्राम्हण नहीं है।

इस बारे में जब उन्होंने निर्मला से पूछा तो उसने अपना नाम निर्मला यादव बताया और ये भी कि वह सुहागिन नहीं है।
इसके बाद मैंने उससे ऐसा करने की वजह पूछी तो उसने कहा जाति से क्या फर्क पड़ता है, इसके साथ उसने मुझे गाली भी दी।

मेधा विनायक का कहना है कि निर्मला से खुद को ब्राह्मण बता कर हमारी भावनाओं के साथ धोखा और काम के बदले में 15 से 20 हजार रुपये लेकर आर्थिक नुकसान भी किया है।

मेधा विनायक के कहने पर पुलिस ने निर्मला यादव के खिलाफ धारा 419, 352, 504 के तहत मामला दर्ज कर लिया है।

दूसरी तरफ निर्मला का कहना है कि उसने कोई चोरी नहीं की है। उसने अपने पेट के लिए झूठ बोला लेकिन उनका काम किया है खाना बनाया है।