पूर्णिया: किशनगंज के सांसद मौलाना असरारुल हक़ कासमी ने बाढ़ से पूर्व अमौर प्रखंड के सीमा पर परमान नदी के किनारे बसे सोनापुर गांव का दौरा किया। दौड़े के दौरान सांसद ने लोगों की समायाएँ सुनी तथा 2017 में आये भीषण बाढ़ से हुए तबाही को लेकर चर्चा किया। उनहोंने बाढ़ के दौरान दहशत में जी रहे सोनापुर गांव के लोगों को भरोसा देते हुए आश्वासन दिया कि बाढ़ से पहले पहले इस समस्या निदान कर दिया जायेगा।
खबर के मुताबिक, कांग्रेस सांसद मौलाना असरारुल हक़ ने किशनगंज लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले अमौर प्रखंड के सोनापुर गांव का दौड़ा किया। इस दौरान उनहोंने जमीनी हालात का जायजा लिया। नदी के किनारे बसे इस गांव को देख उनहोंने चिंता व्यक्त की और स्पॉट से ही डीएम व सम्बंधित अधिकारियों को इस संबंध में बताया। उनहोंने कहा कि मैं इस संबंध में सम्बंधित अधिकारियों से बात कर ली है, और बहुत जल्द ही इस सड़क की मरम्मत कर दी जायेगी।
बता दें कि पिछले कई सालों से चले आ रहे सोनापुर बांध की समस्या को लेकर तियरपाड़ा पंचायत के भूतपूर्व मुखिया मो तनवीर अंसारी ने सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी से मुलाक़ात की थी और उन्होंने उनसे स्थिति का स्वंय समीक्षा करने की बात कही थी।
पूर्व मुखिया मो तनवीर अंसारी की बातों को गंभीरता से लेते हुए सांसद मौलाना असरारुल हक कासमी ने खाता हाट, पीपरपांति होते हुए सोनापूर को जाने वाली इस बांध का खुद जायजा लिया। नदी के किनारे बनी इस सड़क की नाजुक हालात देख सांसद ने डीएम किशनगंज व संबंधित विभाग के अधिकारी से बात की।
बता दें कि पिछले कई सालों से बाढ़ के मौसम में यहाँ के लोग डर के साये में रह रहे हैं। प्रशासन और जन प्रतिनिधि को इसके बारे में कई बार लिखित सूचना दी जा चुकी है। प्रतिनिधि भी भ्रमण कर चुके हैं, वे स्तिथि से अवगत भी हैं। लेकिन टेक्निकल फोल्ट बताकर इस बांध को बाढ़ में कटने से बचाने के लिए कोई ठोस कार्य नहीं किया जाता है। जिसके कारण इस गांव के लोगों को बाढ़ के समय में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।
उल्लेखनीय है कि प्रमाण नदी के किनारे बसा यह गाँव तीन ओर से नदी के धारों से घिरा हुआ है। अगर इस सड़क को जल्द मरम्मत नहीं की गई तो बाढ़ के समय में हजारों लोग बर्बाद तो होंगे ही साथ ही कई प्रखंडों के आवागमन भी बाधित होगी