मांग मानने का अल्टीमेटम ख़त्म, दूसरे अरब देश भी क़तर पर लगा सकते हैं पाबंदी

क़तर पर अब दूसरे अरब देश भी पाबंदी लगा सकते हैं। चार अरब देश क़तर पर आतंकवाद से संबंध होने का आरोप लगाते हुए पहले से ही उसके साथ संबंध तोड़ चुके हैं। इन देशों ने क़तर को विभिन्न मांगों को मानने को कहा था, जिसकी समय सीमा आज रात समाप्त हो जाएगी।

Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये

हालांकि कतर ने चार अन्य अरब देशों द्वारा किए गए विभिन्न मांगों को आज खारिज करते हुए कहा कि उनके अल्टीमेटम का उद्देश्य आतंकवाद से निपटना नहीं बल्कि उसकी खुदमुख्तारी को कम करना है।

क़तर के विदेश मंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुर्रहमान अलसानी ने रोम में पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उनका देश अभी भी बातचीत करने और अपने पड़ोसी देशों द्वारा उठाए गए विभिन्न मुद्दों पर चर्चा करने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा कि मांग की सूची मानने के लायक़ नहीं बल्कि रद्द करने के योग्य हैं। फिर भी हम बातचीत में शामिल होने के लिए तैयार हैं, लेकिन मुनासिब हालात में। उन्होंने कहा कि अन्य अरब देशों की मांग के अनुसार क़तर दोहा में स्थित अल जज़ीरा चैनल को बंद नहीं करेगा।

उल्लेखनीय है कि मिस्र, बहरीन, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात ने क़तर पर आतंकवाद को समर्थन देने का आरोप लगाया है। इन देशों ने 13 मांगों के साथ जुड़े एक समय सीमा निर्धारित करते हुए उसको गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी भी दी है।