सऊदी अरब और तीन अरब सहयोगी देशों की ओर से क़तर को 12 सूत्री मांग पेश किए गए थे। जिसे मानने से क़तर ने इंकार कर दिया है। अब अरब ने क़तर पर पाबंदी बरकरार रखने के लिए कहा है।
बुधवार को काहिरा में चार अरब देशों के विदेश मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक में कहा गया है कि वे मांगों की सूची पर क़तर के ‘नकारात्मक’ प्रतिक्रिया से हैरान हैं। विदेश मंत्रियों का कहना था कि ‘क़तर ने स्थिति की गंभीरता और महत्व को समझने की कोशिश नहीं की।’
गौरतलब है कि सऊदी अरब सहित चार अरब देशों मिस्र, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात ने क़तर पर आरोप लगाया था कि वह चरमपंथ का समर्थन कर रहा है।
याद रहे कि रविवार को जब क़तर को दी जाने वाली दस दिवसीय समय सीमा समाप्त हो गई, तो उसे अरब देशों ने अधिक 48 घंटों की मोहलत दी थी। इससे पहले सऊदी अरब ने बुधवार को कहा था कि चारों देशों को क़तर जवाब मिला है और वह इसका ‘सही समय पर’ जवाब देंगे।