पीएम मोदी और HT की चेयरपर्सन की मुलाकात के बाद सत्ता विरोधी पत्रकार बॉबी घोष नौकरी से निकाले गए!

हिंदुस्तान टाइम्स के एडिटर इन चीफ बॉबी घोष को अखबार से बाहर निकाले जाने पर अब सवाल उठने लगे हैं। लोगों का मानना है कि घोष के सत्ता विरोधी पत्रकारीय तेवर को एचटी मैनेजमेंट पचा नहीं पाया और उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया।

द वायर के मुताबिक, घोष को एचटी से बाहर निकालने से कुछ दिन पहले ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अखबार की चेयरपर्सन शोभना भरतिया के बीच एक गुप्त बैठक हुई थी। दोनों के बीच चली इस बैठक में घोष के कार्यकाल के दौरान किए गए अखबार के संपादकीय फैसले को लेकर सरकार और बीजेपी द्वारा सवाल उठाए गए थे।

हालांकि, शोभना भरतिया और प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव नृपेंद्र मिश्रा ने इन आरोपों को सिरे से खारिज करते हुए मोदी के दबाव में घोष को निकाले जाने की खबरों के झूठा करार दिया है।

ग़ौरतलब है कि एचटी में अपने छोटे से कार्यकाल के दौरान घोष ने सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वालों और जहर उगलने वालों के खिलाफ कई ऐसे अभियान शुरू किए जो काफी हद तक कारगर साबित हुए। अपने अभियान के तहत घोष ने सोशल मीडिया पर नफरत फैसले वाले कई बीजेपी नेताओं को भी आड़े हाथों लिया था।

बॉबी घोष को हिन्दुस्तान टाइम्स अखबार से निकाले जाने के बाद सुकुमार रंगनाथन को नया एडिटर इन चीफ बनाया गया है।

बता दें कि एचटी की चेयरपर्सन शोभना भरतिया ने 11 सितंबर को अचानक एक बयान जारी कर अखबार के एडिटर इन चीफ बॉबी घोष के इस्तीफे के बारे में बताया था। शोभना ने अपने बयान में कहा कि निजी कारणों की वजह से बॉबी घोष न्यूयॉर्क लौट रहे हैं।