रांची: 50 रूपये कम होने के कारण अस्पताल ने नहीं किया सीटी स्कैन, इलाज के अभाव में ही मर गया बच्चा

रांची:  बीजेपी शासित राज्यों में स्वास्थ्य संबंधी सेवाओं के लिए प्रशासन की लापरवाही की खबरे सामने आ रही हैं।  बीजेपी के शासनकाल में गरीब इलाज के अभाव में तड़प कर मरने को मजबूर हो रहे हैं।
रांची के सबसे बड़े अस्पताल राजेन्द्र आयुर्विज्ञान संस्थान (रिम्स) में कल 1 साल के बच्चे की मौत हो गई। जिसका नाम शाम है। बच्चे की मौत का कारण ये है की उसके पिता के पास उसके इलाज के लिए पैसे कम थे।
आपको ये जाकर हैरानी होगी की बच्चे का सीटी स्कैन नहीं हो सका और वक़्त पर इलाज ना हो पाने के कारण बच्चे ने दम तोड़ दिया।
क्यूंकि शाम के पिता के पास स्कैन कराने के लिए महज ५० रूपये ही कम थे।

मृतक बच्चे के पिता का नाम संतोष कुमार है। जिन्होंने बताया है की सीटी स्कैन 1350 रूपये में होनी थी और उसके पास सिर्फ 1300 रुपये थे।

संतोष रांची के ही जगन्नाथपुर के मौसीबाड़ी का रहने वाला है और एक रिक्शावाहक है।

उसका एक साल का बेटा शाम खेलते-खेलते छत से छत से गिर गया, जिसके बाद उसके सिर में गंभीर चोट आ गई।
वह जब रिम्स पहुंचा तो यहां शिशु विभाग के डॉक्टरों ने उसे सीटी स्कैन कराने के लिए कहा। जब वह सीटी स्कैन कराने के लिए पर्ची कटाने कैश काउंटर पर पहुंचा तो उसके पास पचास रुपये कम थे। जिससे शाम का सीटी स्कैन नहीं हुआ और उसकी मौत हो गई।

इस मामले में मीडिया ने राज्य के स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र राजवंशी ने सवाल पूछा तो उन्होंने पत्रकारों को ही खरी खोटी सुना दी। उन्होंने कहा की आपलोग ही चंदा कर पचास रुपये जमा कर लेते और उसका सीटी स्कैन करवा देते।