सरकार ने कार्यकाल नहीं बढ़ाया, इसलिए मजबूरी में RBI गवर्नर का पद छोड़ा: रघुराम राजन

आरबीआई के पूर्व गवर्नर रघुराम राजन ने आरबीआई को अलविदा कह देने की अपनी वजह साफ़ की है। रघुराम ने शिकागो यूनिवर्सिटी द्वारा छुट्टियां नहीं बढ़ाने के चलते आरबीआई पद को नहीं छोड़ा।

उन्होंने कहा कि वह खुद आरबीआई मे ज्यादा वक़्त तक बने रहना चाहते थे। जिससे बैंकों के बही खाते की साफसफाई के अधूरे काम को पूरा कर सकें। शिकागो यूनिवर्सिटी से मेरे काफी अच्छे संबंध हैं और वे मुझे जितनी मर्जी छुट्टियां देने को तैयार थे।

लेकिन सरकार की तरफ से उनका तीन साल का कार्यकाल बढ़ाने का कोई प्रस्ताव नहीं था। इस कारण उन्होंने पद छोड़ दिया। राजन ने कहा कि अपने विस्तार के लिए उन्होंने कभी सरकार का दरवाजा नहीं खटखटाया।

गौरतलब है कि रघुराम राजन का कई मौकों पर सरकार के साथ वैचारिक मतभेद रहा। हाल ही में उन्होंने ये खुलासा भी किया था कि बेटे साल मोदी सरकार द्वारा की गई नोटबंदी के बारे में उन्हें कोई खबर नहीं थी।

आपको बता दें कि राजन की विदाई के बाद उन्हें विस्तार न देने के मामले में काफी हंगामा हुआ था। उस दौरान सरकार के हलकों से यह कहा गया कि उन्हें दो साल का विस्तार देने की पेशकश की गई थी, लेकिन शिकॉगो विश्वविद्यालय द्वारा छुट्टियां नहीं बढ़ाए जाने की वजह ऐसा नहीं किया जा सका।