राहुल आज भरेंगे कांग्रेस अध्यक्ष पद के लिए पर्चा

 कांग्रेस उपाध्यक्ष  राहुल गाँधी आज पार्टी मुख्यालय में अध्यक्ष पद के लिए पर्चा दाखिल करेंगे।  कांग्रेस पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल की उम्मीदवारी के लिए प्रस्तावकों में मौजूदा अध्यक्ष के शामिल होने को लेकर पार्टी नेताओं के बीच संदेह था. सूत्रों ने बताया कि राहुल नामांकन पत्र के चार सेट दाखिल करेंगे और उनमें से एक में सोनिया गांधी पहली प्रस्तावक होंगी. दूसरे नामांकन सेट में मनमोहन सिंह प्रमुख प्रस्तावक होंगे. सूत्रों ने बताया कि राहुल के पक्ष में सोमवार को 75 से ज्यादा नामांकन दाखिल किए जाने की संभावना है.

चुनाव मैदान में राहुल गांधी के एकमात्र उम्मीदवार रहने की संभावना है और कांग्रेस अध्यक्ष के रूप में उनके चुनाव के लिए सभी रास्ते खुल गए हैं. वह अपनी मां सोनिया गांधी के उत्तराधिकारी होंगे जो इस पद पर 19 साल से हैं.

सूत्रों ने बताया कि सोनिया गांधी और मनमोहन सिंह के अलावा गुलाम नबी आजाद, एके एंटनी, पी चिदंबरम, सुशील कुमार शिंदे, अहमद पटेल तथा पार्टी शासित राज्यों के मुख्यमंत्री प्रस्तावकों के रूप में पत्रों पर हस्ताक्षर करेंगे. पार्टी के केंद्रीय चुनाव प्राधिकार के अध्यक्ष मुल्लापल्ली रामचंद्रन के अनुसार किसी अन्य ने अभी तक पर्चा दाखिल नहीं किया है.

रामचंद्रन ने कहा, ‘अब तक प्रदेश इकाई प्रतिनिधियों को 90 नामांकन दिए गए हैं. नामांकन के लिए अब तक कोई आवेदन दाखिल नहीं हुआ है और सोमवार को नामांकन दाखिल करने की अंतिम तारीख है.’ विभिन्न राज्यों के कांग्रेस प्रतिनिधि सोमवार को अकबर रोड स्थित पार्टी मुख्यालय में मौजूद होंगे और पार्टी के शीर्ष पद के लिए राहुल गांधी के नाम का प्रस्ताव करते हुए नामांकन के अपने सेट दाखिल करेंगे.


वहीं कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि राहुल गांधी के पक्ष में प्रदेश इकाइयों और संबंधित संगठनों के अलावा पार्टी के सभी महासचिव और सीडब्ल्यूसी सदस्य नामांकन दाखिल करेंगे. पार्टी प्रवक्ता सुष्मिता देव ने कहा कि राहुल गांधी सोमवार आधिकारिक रूप से नामांकन पत्र दाखिल करेंगे.

कांग्रेस के आतंरिक चुनाव की आलोचना के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ‘ऐसी आलोचना होती रही है कि कांग्रेस का चुनाव लोकतांत्रिक है या नहीं. मेरा कहना है कि यह ऐसा चुनाव है जिसकी निगरानी भारत का निर्वाचन आयोग कर रहा है.’ सुष्मिता ने कहा कि जब कोई चुनावी लोकतंत्र के बारे में बात करता है तो यहां इन चुनावों में पूर्ण पारदर्शिता है क्योंकि ये निर्वाचन आयोग द्वारा निर्धारित नियमों के अनुसार कराए जाते हैं.