अलवर लिंचिंग : राजस्थान पुलिस पहले गाय को गौशाला ले गई फिर पीड़ित को अस्पताल

अलवर में गौरक्षा के नाम पर रकबर नाम के नौजवान की पीट-पीटकर हत्या कर देने के मामले में पुलिस की लापरवाही भरा रवैय्या सामने आया है।

पुलिस पीड़ित अकबर को घायल हालत में अस्पताल ले जाने से पहले घंटों तक घुमाती रही। इतना ही नहीं पुलिस ने घायल को पीटा भी था।

रकबर को बुरी तरह पीटा गया था। इसके बावजूद पुलिस ने उसे अस्पताल ले जाने में विलम्ब किया। मामले में दर्ज एफआईआर के अनुसार पुलिस को देर रात 12:41 बजे घटना की सूचना मिली और पुलिस 1:20 बजे वहां पहुंची।

उनका पहला पड़ाव नवल किशोर का घर था, जहां से उन्होंने गाड़ी का इंतजाम किया ताकि गायों को स्थानीय गोशाला ले जाया जा सके। इसके बाद पुलिस जब्त की गई गायों को गोशाला ले गई, फिर पुलिस थाने गई और यहां तक कि चाय पीने के लिए भी रुकी।

अस्पताल पहुंचने तक रकबर उर्फ रकबर की जान जा चुकी थी। अलवर में शुक्रवार को जिस शख्स की हत्या कर दी गई है वह अपने परिवार के लिए रोटी कमाने वाला अकेला शख्स था।

भीड़ के हमले में जान गंवाने वाला रकबर खान हरियाणा के मेवात जिले का रहने वाला था। रकबर के घर में पत्नी, माता-पिता और सात बच्चे हैं।