जयपुर: पिछले दिनों (बुधवार को) राजस्थान के एक होटल से मुक्त करवाई गई 67 नाबालिग युवतियों को लेकर एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। बताया जा रहा है कि राजस्थान के जिला राजसंमद के एक होटल में जिस संस्थान ने गलत तरीके से 67 युवतियों को रखा था, उसका संबंध आध्यात्मिक गुरू वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रम से है।
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इस मामले पर राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्य एसपी सिंह ने खुलासा किया है कि राजस्थान के राजसंमद के होटल में जिस संस्थान ने गलत तरीके से 67 युवतियों को रखा था, उसके संबंध फरार तथाकथित आध्यात्मिक गुरू वीरेन्द्र देव दीक्षित के आश्रम से होने के साक्ष्य मिले हैं।
रिपोर्ट के अनुसार, एसपी सिंह ने बताया कि युवतियों के माता पिता का पता लगाने के लिये हमने संबंधित राज्यों को लिख दिया है। जिससे युवतियों को उनके माता पिता के सुपुर्द किया जा सके। सिंह ने यह भी बताया कि लड़कियों को गलत तरह से गुप्त तरीके से सिरोही की जगह राजसमंद लाया गया।
वहीँ राजसमंद की बाल कल्याण कमेटी की अध्यक्ष भावना पालीवाल ने बताया कि जिस संस्थान ने युवतियों को गलत तरीके से रोके रखा था, जबकि उस संस्थान की स्वीकृति सिरोही जिले के लिये थी, उनके पास युवतियों को बाल कल्याण कमेटी को सूचित किये बिना दूसरे जिले में ले जाने का कोई अधिकार नहीं है।