हरियाणा से भाजपा सांसद राजकुमार सैनी द्वारा पिछले दिनों पार्टी छोड़ने के घोषणा के बाद एक खुलासा किया है। उनहोंने कहा है कि भाजपा को छोड़ना ही मेरा मकसद नहीं बल्कि भाजपा को बुरी तरह हराना ही मेरा असल मकसद है।
खबर के मुताबिक, बागी भाजपा नेता के इस बयान से हरियाणा भाजपा में हड़कंप मचा हुआ है। जींद में हुई बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह की फ्लॉप रैली के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। संभावना है कि आने वाले दिनों में उनके साथ पार्टी के कई और नेता और कार्यकर्ता भी इस्तीफा दे सकते हैं।
सांसद राजकुमार सैनी ने एक सवाल के जवाब में कहा कि हरियाणा में जिस तरह का माहौल है, उससे लगता है कि दादागिरी के आगे सरकार ने घुटने टेक दिए हैं। जो लोग माहौल खराब कर रहे हैं, उन्हें नौकरियां मिल रही हैं। भाजपा सरकार उनसे आरक्षण का वादा कर रही है। जिन लोगों ने सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया, जिनके खिलाफ आपराधिक मुकदमे दर्ज हुए और जिन्हें जेल में होना चाहिए, वो खुलेआम बाहर घूम रहे हैं। प्रदेश में एक किस्म से भय का माहौल है। सरकार से लोगों का भरोसा उठ गया है। इसीलिए मैंने बीजेपी छोड़ने का ऐलान किया।
उनहोंने सरकार के क्रिया कलापों पर सवाल उठाते हुए कहा कि आप ही बताइए सरकार क्या है? सरकार एक भरोसे का नाम है। लेकिन यहां तो जनता का सरकार से पूरी तरह से भरोसा उठ गया है तो फिर किस बात की सरकार?
लोग कह रहे हैं कि जाटों और बीजेपी के बीच सब कुछ फिक्स था। भाजपा के कहने पर जाटों ने धमकी दी फिर समझौते का नाटक हुआ। राज्य और केन्द्र में दोनों जगह भाजपा की सरकार है। आप बताइए कि ऐसा कैसे हो सकता है कि एक आदमी कुछ सौ लोगों के साथ धमकी दे और पूरी सरकार झुक जाए।