राजस्थान: बाड़मेर ज़िले में कथित गौरक्षकों की फज़ीहत का मामला सामने आया है। यहां गौ तस्करी के शक में गौरक्षकों ने एक गाड़ी का पीछा किया और गाड़ी में बैठे लोगों को पीट दिया, लेकिन जब गाड़ी खोलकर देखा गया तो उसमें गाय की जगह गधा निकला। पुलिस मामला दर्ज कर आरोपियों की तलाश में जुट गई है।
सिंधारी पुलिस स्टेशन के एसएचओ देवचंद ढखा ने मामले की जानकारी देते हुए कहा कि पास के जालौर जिले के सैला शहर के एक निवासी ने 2 सितंबर को गधे के ग़ायब होने कि शिकायत दर्ज कराई थी।
तलाश के बाद शिकायतकर्ता कांतिलाल भील ने सिंधारी के कलड़ी गांव में गधा मिल गया। भील ने पुलिस को बताया कि उन्होंने अपने दोस्तों की मदद से अपनी एसयूवी गाड़ी में गधे को लोड किया।
जब भील और उसके दोस्तों ने अपने गांव की तरफ बढ़ना शुरू किया तो बस स्टैंड पर खड़े कुछ लोगों ने उनका पीछा करना शुरु कर दिया और गाड़ी को भगत सिंह गांव के पास एक सन्नाटी जगह पर रुकवा लिया। उन्होंने भील और उसके दोस्तों को गाड़ी से बाहर निकाला और उन्हें पीटना शुरु कर दिया।
भील ने पुलिस को बताया, “आरोपी ने गाड़ी को गौ तस्करी के शक में रुकवाई थी, लेकिन जब उन्हें एसयूवी में गधा मिला, तो वे भाग गए।”
ढाखा ने कहा, “पीड़ित की शिकायत के आधार पर, हमने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।” बाड़मेर में गुडामालानी सर्कल के पुलिस अधीक्षक रामनिवास सुंडा मामले की जांच कर रहे हैं।
पीड़ितों को इलाज के बाद स्थानीय अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है।
गौरक्षा के नाम पर गौ आतंकियों ने देश के कई हिस्सों में हिंसा फैलाई है। राजस्थान में पिछले साल, पहलु ख़ान को गौ तस्करी के शक में मौत के घाट उतार दिया गया था।