राम रहीम बाबा से लेकर वो तमाम बाबा जो बदनाम हुए

गुरमीत राम रहीम सिंह अकेले ऐसे विवादास्पद बाबा नहीं हैं, इससे पहले भी कई ऐसे मामले हैं जिनमें बाबाओं पर गंभीर आरोप लगे हैं.

आसाराम बापू  पर नाबालिग लड़की से रेप का आरोप है. यह मामला 2013 का है. उन पर कई और भी मामले दर्ज हैं. आरोप है कि आसाराम ज़मीन हथियाने, बच्चों की हत्या समेत कई अन्य मामलों में भी लिप्त हैं, पुलिस इन मामलों की जांच में जुटी है.

आसाराम पर आशीर्वाद देने के बहाने लड़कियों से छेड़छाड़ और यौन शोषण का आरोप है. उनके बेटे नारायण साईं पर भी ऐसे ही आरोप लगे थे. आसाराम यौन शोषण के आरोप में 2013 से ही जोधपुर जेल में बंद हैं. वो कई बार स्वास्थ्य कारणों से ज़मानत के लिए याचिका दाखिल कर चुके हैं लेकिन उन्हें अब तक ज़मानत नहीं मिली है.

चंद्रास्वामी  की शख़्सियत कैसी थी, इसका अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि एक ओर तो उन्हें भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव का सबसे नज़दीकी सलाहकार माना जाता रहा तो दूसरी तरफ़ उन पर राजीव गांधी की हत्या के षड्यंत्र में शामिल होने का आरोप भी लगा.

इन आरोपों के बीच कई देशों के शासनाध्यक्षों से मधुर संबंध, हथियारों की दलाली और हवाला का कारोबार, विदेशी मुद्रा अधिनियम का उल्लंघन जैसे कई संगीन आरोपों से भी चंद्रास्वामी सुर्खियों में रहे.

बाबा रामपाल या संत रामपाल  आध्यात्म की दुनिया में कदम रखने से पहले हरियाणा की सिंचाई विभाग में इंजीनियर थे. 18 साल तक नौकरी करने के बाद उन्होंने इस्तीफ़ा दे दिया और फिर सत्संग करने लगे. इन्होंने सतलोक आश्रम बसाया. आरोप है कि उनके आश्रम के अस्पताल में गर्भपात सेंटर चलता था. उनके आश्रम से हथियार और कई आपत्तिजनक दवाएं जब्त की गई थीं. उन पर सरकारी कार्य में बाधा डालने और आश्रम में जबरन लोगों को बंधक बनाने का केस दर्ज है. संत रामपाल देशद्रोह के एक मामले में फिलहाल हिसार जेल में बंद हैं.

साल 2010 में स्वामी नित्यानंद  के ख़िलाफ़ धोखाधड़ी और अश्लीलता के मामले दर्ज हुए थे. उनकी कथित सेक्स सीडी सामने आई. उन्हें अभिनेत्री के साथ शारीरिक संबंध बनाते हुए दिखाया गया है.

इसके बाद फॉरेंसिक लैब में हुई जांच में सीडी को सही बताया गया, लेकिन नित्यानंद के आश्रम ने उस सीडी की अमरीकी लैब की रिपोर्ट पेश की. इसमें सीडी से छेड़छाड़ की बात सामने आई.

स्वामी भीमानंद, दिल्ली के इच्छादारी संत के नाम से मशहूर स्वामी भीमानंद नागिन डांस के लिए चर्चा में रहते थे. 1997 में उन्हें लाजपत नगर इलाके से पुलिस ने देह व्यापार में शामिल होने के आरोप में गिरफ़्तार किया. उन पर आरोप था कि वो प्रवचन के बहाने लड़कियों को फंसाकर सेक्स रैकेट का कारोबार करते हैं. खुद को संत कहने वाले भीमानंद का वास्तविक नाम शिवमूरत द्विवेदी है और ये बाबा बनने से पहले एक फ़ाइव स्टार होटल में गार्ड की नौकरी करते थे.