RSS की नई चाल, दलित और आदिवासियों के बीच पैठ बनाने के लिए काम शुरु करेगा

राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के मध्य प्रदेश के उज्जैन प्रवास ने राजनीतिक हल्कों में हलचल मचा दी है। भागवत 30 दिसंबर से यहां डेरा जमाए हुए हैं। मंगलवार को उन्होंने दलितों और आदिवासियों के बीच खास तौर पर पैठ बनाने पर जोर दिया। इसकी वजह गुजरात नतीजों को माना जा रहा है।

संघ के सूत्रों का कहना है कि संघ प्रमुख भागवत बुधवार को भी कुछ विशिष्टजनों से चर्चा करेंगे। इस चर्चा का विषय मध्य प्रदेश सहित अन्य राज्यों में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनाव और 2019 में लोकसभा चुनाव हो सकते हैं।

संघ के सूत्रों के मुताबिक, संघ प्रमुख भागवत 30 दिसंबर से उज्जैन में हैं। बीते तीन दिनों में उन्होंने अगल-अलग लोगों से संवाद किया। इस दौरान उनका विशेष जोर सामाजिक समरसता पर रहा। साथ ही उन्होंने अनुशांगिक संगठनों के प्रतिनिधियों से कहा कि “हर वर्ग में अपनी पैठ बनाना हमारा लक्ष्य है।

बात किसी भी क्षेत्र की हो, वहां हमारी उपस्थिति आवश्यक है। दलित, वनवासी बहुल क्षेत्रों में संघ और उससे जुड़े संगठनों को अपनी पैठ बढ़ानी होगी।” उनका इशारा गुजरात चुनाव नतीजों की ओर था, क्योंकि वहां पिछड़े, दलित और आदिवासी वर्ग के भाजपा से छिटकने से पार्टी को नुकसान हुआ है।