चूहों ने कुतर दी हॉस्पिटल में एडमिट मरीज की आंख, मचा हड़कंप

मुंबई के बाल ठाकरे ट्रॉमा केयर हॉस्पिटल में मरीज का साथ लापरवाही करने का मामला सामने आया है। आरोप है कि अस्पताल में भर्ती कोमा के एक मरीज की आंख को चूहों ने कुतर दिया। ये पूरी घटना 23 अप्रैल की बताई जा रही है। मरीज के परिवार का आरोप है कि उनके बेटे को जिस जनरल वॉर्ड में रख गया था उसमें चूहे थे जिन्होंने उसकी दाहीनी आंख कुतर दी। हालांकि प्रशासन ने इस ऐसी किसी भी घटना के होने से साफ इनकार किया है। प्रशासन का कहना है कि ये सब महज एक अफवाह है। जो किसी साजिश के तहत फैलाई जा रही है।

दरअसल एक रोड एक्सीडेंट के बाद से ठाणे के परमिंदर के गुप्ता के हाथ में कोई हरकत नहीं थी। जिसके बाद अस्पताल में भर्ती करवाया गया जहां डॉक्टर ने उसे सीटी स्कैन और एमआरआई कराने की सलाह दी। रिपोर्ट्स में डॉक्टर ने पाया कि मरीज के दिमाग में खून का थक्का जम गया है। मरीज को ICU में भर्ती कराया गया, लेकिन ऑपरेशन के बाद वो कोमा में चला गया।  परमिंदर की बहन निर्मला ने बताया कि डॉक्टर ने थक्का हटाने के लिए 8 मार्च को ऑपरेशन किया था मगर ऑपरेशन के बाद से ही उसका भाई कोमा में है। करीब 40 दिन तक अस्पताल में रहने के बाद बिल अस्पताल प्रशासन ने 6 लाख रुपए का बिल थमा दिया। बिल को मिलने के बाद परिवार वाले मरीज को सरकारी अस्पताल में भर्ती कराने पर विचार कर ही रहे थे कि यह घटना हो गई।

निर्मला ने बताया कि परमिंदर को इसी रविवार को आईसीयू से जनरल वॉर्ड में शिफ्ट कर दिया गया था और यहीं चूहों ने उसकी आंख कुतर दी। बहन का कहना है कि परमिंदर के चेहरे, कपड़ों और बेडशीट पर हर तरफ खून पड़ा था। जब हमने आसपास देखा तो कई चूहे मौजूद थे। जब हमने प्रशासन को इस बात की खबर दी तो उन्होंने मानने से इनकार कर दिया।

परमिंदर के पिता ने कहा कि हमने रात में वार्ड में चूहों को देखा था लेकिन हम उन्हें भगाकर सो गए। सुबह उठे तो देखा कि मरीज की आंख से खून निकल रहा है। उधर अस्पताल में चूहे होने की खबर से अस्पताल प्रशासन ने साफ इनकार किया है। मामला मीडिया में आने के बाद एक वेबसाइट से बात करते हुए अस्‍पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. एच भावा ने कहा कि अस्पताल को बदनाम करने की कोशिश की जा रही है। उन्होंने कहा कि एक साजिश के तहत परिवारवाले अस्पताल में चूहे होने का दावा कर रहे हैं।