अब इस वेबसाइट के ज़रिए देश भर में चल रहे आंदोलनों की जानकारी आपको मिलेगी: रवीश कुमार

http://www.sangharshsamvad.org इंटरनेट का जंतर मंतर है, जहां भारत के अलग अलग इलाकों में चल रहे आंदोलनों की सूचनाएं आपको मिलेंगी। भारत में किसी भी आंदोलन की पहली चिंता यही होती है कि मीडिया इसे कवर करेगा या नहीं। जंतर मंतर पर शामियाना लगाकर कई प्रकार के संगठन चीख रहे होते हैं , इस उम्मीद में कि सरकार न आए न सही मगर मीडिया तो आ जाए। विज्ञप्तियां लिखने में जो ऊर्जा और सीमित संसाधन ख़र्च हो जाते हैं, उसकी पीड़ा अलग से। इसलिए जब मुझे लगा कि ऐसा भी कोई वेबसाइट है जो धरना-प्रदर्शनों की ख़बरों को संकलित करना चाहता है तो उसका अध्ययन करना चाहिए।

किन लोगों का यह काम है, वेबसाइट से जानकारी नहीं मिलती है। एक ईमेल है जिस पर आप अपने आंदोलन की सूचना और तस्वीरें भेज सकते हैं। यहां पर राज्यवार प्रदर्शनों की ख़बरें हैं। इस वेबसाइट में बहुत संभावनाएं हैं। देख कर लग रहा है कि संसाधन की कमी है वरना हाल फिलहाल के कई प्रदर्शनों को इसमें जगह मिल सकती थी। मेरे नाम से नफरत मत फैलाओं की एक तस्वीर भी नहीं है। मगर दिल्ली में योगेंद्र यादव के नेतृत्व में बने अखिल भारतीय किसान संघर्ष समिति के कार्यक्रमों की जानकारी विस्तार से दी गई है। उड़ीसा, छत्तीसगढ़ और झारखंड के संघर्षों को जगह दी गई है। 29 जून को रांची में भूमि अधिकार समिति के दो दिवसीय आंदोलन का कवरेज है। झारखंड में सीएनटी और एसपीटी एक्ट को लेकर हंगामा चल रहा है। वक्ताओं ने कहा है कि केंद्र ने भूमि अधिग्रहण बिल वापस ले लिया मगर राज्यों ने इसे दूसरे तरीके से लागू कर दिया है।

लखनऊ के लक्ष्मण पार्क में सैंकड़ों परीक्षार्थी धरना प्रदर्शन करते रहे, मुझे भी काफी परेशान किया कि मीडिया उनके सवाल को उठा क्यों नहीं रहा है। हज़ारों छात्रों का इंटरव्यू होना है और सरकार ने तीन महीने से स्थगित कर रखा है। इन छात्रों की बेचैनियों को समझा जा सकता है। अगर संघर्ष संवाद आंदोलनों के अपने कवरेज का कोई तरीका निकाले तो एक अच्छी वेबसाइट मिल सकती है। जिसका भी आइडिया है, अच्छा है। प्रदर्शन करने वालों को अपनी विज्ञप्ति इस वेबसाइट को भी भेज देनी चाहिए। वेबसाइट के पास अगर संसाधन है तो उसे हर प्रदर्शन में आने वाले लोगों की रिपोर्टिंग करनी चाहिए। यह भी बताना चाहिए कि मुख्यधारा की मीडिया ने किस प्रदर्शन को नज़रअंदाज़ किया और जब रिपोर्टिंग की तब किस तरह से उसमें हेराफेरी कर दी।

अगर वाकई इस वेबसाइट पर देश भर के प्रदर्शनों के अपडेट आने लगें तो यह अपने आप में एक अच्छा प्रोडक्ट हो सकता है।