जानिये: बीजेपी को क्यों लगता है की यूपी में वही बजायेंगे जीत का डंका

लखनऊ: यूपी विधानसभा में चुनाव विशेषज्ञों का विश्लेषण कहता है कि सभी राजनीतिक दलों में इस बार कांटे की टक्कर होगी। लेकिन पीएम मोदी और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का गणित कहता है कि राज्य में बीजेपी पूर्ण बहुमत से सरकार बनाएगी। बीजेपी का कहना है कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा की गई नोटबंदी के बाद लोगों में उनकी गरीब समर्थक छवि बन गई है।

जिससे जनता बीजेपी के हक में है और चुनावों तक उनका समर्थन बीजेपी के लिए कायम रहा तो पार्टी तीन सौ से भी ज्यादा सीटें अपने नाम करवा जीत सकती है। हालांकि एक पक्ष यह भी है कि यूपी में वोटों का सारा दारोमदार जातीय और सामाजिक समीकरणों पर टिका है। उस हिसाब से देखा जाए तो जिस पार्टी जिस समीकरणों के चलते ज्यादा वोट मिले तो जीत का सेहरा उसी के सर सजेगा।

लेकिन केंद्र सरकार के एक प्रभावशाली मंत्री का कहना है कि नोटबंदी के बाद राज्य में सभी राजनीतिक और सामाजिक समीकरण ध्वस्त हो गए हैं। साल २०१४ के लोकसभा चुनावों की तरह जनता में एक बार फिर मोदी लहर चल रही है। इसलिए हो सकता है की यूपी विधानसभा चुनावों के नतीजे भी लोकसभा चुनावों जैसे ही आये।

हालाँकि आरएसएस की मामले में राय कुछ और ही कह रही है। उनके मुताबिक नोटबंदी के तुरंत बाद तो लोग खुश थे लेकिन मोदी द्वारा तय सीमा के बाद भी कैश की किल्लत, बैंकों और एटीएम के बाहर लगने वाली लंबी लाइनों और छोटे कारोबारियों, व्यापारियों, दूकानदारों के बीच इस कदम को लेकर धीरे-धीरे नाराजगी भी बढ़ी है।