एर्दोगन ने अरब देशों से क़तर के खिलाफ प्रतिबंध हटाने की अपील की, मदद के लिए भी बढ़ाया हाथ

इस्तांबुल: तुर्की के राष्ट्रपति रजब तैयब एर्दोगन ने क़तर के खिलाफ प्रतिबंधों को हटाने के लिए अरब देशों पर जोर दिया है। श्री एर्दोगन ने इस्तांबुल में कल रोज़ा इफ्तार के दौरान कहा कि ” मैं खाड़ी देशों के नेताओं और नागरिकों से अपील करता हूँ कि, ‘इस युद्ध में कोई विजेता नहीं होगा और हर तरफ हमारी बदनामी होगी।’ उन्होंने क़तर के खिलाफ तमाम प्रतिबंधों को समाप्त करने और बातचीत के माध्यम से विवादों को हल करने के लिए सऊदी अरब पर जोर दिया है।

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उधर तुर्की की संसद ने क़तर सेना की तैनाती के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। इसके अलावा तुर्की ने संकटग्रस्त क़तर को हर संभव मदद देने का भी प्रस्ताव दिया है। तुर्की के राष्ट्रपति तैयब एर्दोगन ने प्रस्ताव संसद से पारित कराने के बाद इस संबंध में आधिकारिक अधिसूचना भी जारी कर दिया है।

इसके अलावा क़तर ने फिर कहा है कि वह किसी भी आतंकवादी संगठन का समर्थन नहीं करता है और न ही वे झूठे आरोपों के कारण किसी देश के आगे झुकेगा।

गौरतलब है कि है कि सोमवार को सऊदी अरब, मिस्र, संयुक्त अरब अमीरात सहित छह देशों ने आतंकवादी संगठनों की मदद करने का आरोप लगाते हुए क़तर से अपने रिश्ते तोड़े थे। वहाँ जाने और आने वाले एयरलाइंस को रद्द कर दिया था। व्यापार संबंधों को भी समाप्त कर दिए थे। इस वजह से क़तर में खाने और पीने के पानी की कमी हो गई है। क़तर पर प्रतिबंध लगाने वाले प्रमुख देशों ने 59 लोगों को ब्लैकलिस्ट में भी डालने की घोषणा की है। जिन लोगों को ब्लैकलिस्ट में डाल कर उन्हें आवश्यक करार दिया गया है उनमें से अधिकतर लोग कतरी हैं। इनमें ब्रदरहुड संगठन के पदाधिकारी भी शामिल हैं।

उल्लेखनीय है कि तुर्की और कतर मिस्र संगठन मुस्लिम ब्रदरहुड के समर्थक हैं। यह संगठन मिस्र में कई साल से सरकारी सेनाओं के साथ संघर्ष कर रही है।