पड़ोसियों से सुलह से लेकर आतंकवादियों के सफाए तक, कारगर साबित हो रही है सीआरपीएफ की हेल्पलाइन

कश्मीर में सीआरपीएफ द्वारा शुरू की गई हेल्पलाइन काफी कारगर साबित हो रही है। इस में लोग अपने नालियों की सफाई, ऑनलाइन खरीदारी के दौरान हुई गड़बड़ी या अपने आस-पास कोई संदिग्ध गतिविधियों के बारे में शिकायत तो करते ही हैं, वहीं आतंकवादी गतिविधियों के बारे में भी बताना है तो भी आप उनसे संपर्क कर सकते हैं।

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जुलाई 2016 में सीआरपीईएफ की यह (1411) हेल्पलाइन सेवा शुरू की गई थी, जब हिजबुद्दीन मुजाहिद कमांडर बुरहान वाणी मौत के बाद घाटी में लगभग सभी सेवाएं ठप हो गई थीं।

सीआरपीएफ के आईजी (ऑपरेशंस) जुल्फिकार हसन ने समाचार 18 को बताया कि इसकी शुरुआत इस लिए की गई थी ताकि उस समय सार्वजनिक सुविधाओं को अस्थायी रूप से कम करने की कमी को पूरी किया जा सके। और दूसरी बात राज्य और जनता के बीच जो खाई आतंकवादी बनना चाहते थे उससे बचा जा सके।