अगर आप विदेश में रहते हैं और वहां के किसी नागरिक से हाथ मिलाने से परहेज करते हैं, तो वो देश आपको अपने देश की नागरिकता देने से इंकार कर सकता है। ये कोई मजाक नहीं बल्कि हकीकत है।
क्योंकि स्विटजरलैंड में ऐसा हुआ एक मुस्लिम दंपति के साथ। इस दंपति ने विपरीत लिंग के सदस्यों से हाथ मिलाने से इंकार कर दिया। तो उनको नागरिकता देने से इंकार कर दिया गया।
मामला स्विटजरलैंड के लुसाने शहर का है. लुसाने शहर के मेयर जॉर्ज जूनॉड ने एएफपी को बताया कि, नगर पालिका ने इस दंपति का नागरिकता आवेदन स्वीकार करने से इंकार कर दिया। उन्होंने बताया कि ये कदम उनके लैंगिक समानता के सम्मान की कमी की वजह से उठाया गया है।
मेयर जॉर्ज ने बताया कि नगरपाकिका आयोग ने कई महीने पहले उनसे नागरिकता मानदंड़ों को लेकर सवाल पूछा था, लेकिन उन्होंने शुक्रवार को उन्होंने सार्वजनिक रूप से निर्णय लिया कि वो उनसे एकीकरण को लेकर गलती हो गई।
वहीं मेयर ने दंपति की राष्ट्रीयता तथा अन्य पहचान उजागर करने से इंकार कर दिया। साथ ही उन्होंने बताया कि इस दंपति ने विपरीत लिंग यानी किसी पुरुष के महिला और महिला का किसी पुरुष को हाथ मिलने से इंकार कर दिया था।
साथ ही इस मुस्लिम दंपति ने विपरीत लिंग के लोगों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब देने पर एतराज जताया था। बता दें कि ज्यादा धार्मिक मुस्लिम लोगों का तर्क है कि इस्लाम विपरीत लिंग के व्यक्ति से साथ शारीरिक संपर्क यानी हाथ मिलाने की अनुमति नहीं देता।
उन्होंने बताया कि संविधान में पुरुषों और महिलाओं में समानता को लेकर कोई मतभेद नहीं है तो वो ऐसा नहीं कर सकते है। साथ ही उन्होंने बताया कि इस निर्णय की अपील के लिए इस मुस्लिम दंपति को 30 दिनों का समय दिया गया है।
बता दें कि स्विटजरलैंड में ये कोई पहली बार नहीं है जब किसी मुस्लिम दंपति के हाथ मिलाने से इंकार करने पर उसको नागरिकता देने से मना कर दिया गया हो।
साल 2016 में एक स्कूल में दो सीरियाई भाईयों को इस नागरिकता देने से इंकार कर दिया क्योंकि इन भाईयों ने स्कूल की एक महिला शिक्षक से हाथ मिलाने से मना कर दिया था। उन्होंने कहा था ऐसा करने से उनकी धार्मिक मान्यताएं आहत होती हैं।