भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा था कि आपातकाल में तत्कालीन सरकार ने पत्रकारों को सिर्फ झुकने के लिए कहा तो वे रेंगने लगे थे। गौर से देखें तो आज के दौर में भी पत्रकारों की हालत कमोबेश वैसी ही है। हाँ फर्क इतना ज़रूर है कि अब मीडिया सरकार के आदेश पर रेंगने के साथ-साथ उसके राजनीतिक विरोधियों की सुपारी भी ले लेती है, जिसकी आड़ में अहिस्ता-अहिस्ता अपनी कुंठा भी शांत करती है।
ऐसी ही हरकत आज जी न्यूज़ के मराठी संस्करण की न्यूज़ वेबसाइट ने भी की जो ऊपर के खांचे में बिल्कुल फिट बैठती है।
मामला कुछ यूँ है कि पोर्टल ने ख़बर चलाई कि हैदराबाद के सांसद असादुद्दीन ओवैसी को संसद परिसर में गोरख गोपाल खर्जुन नाम के एक शख़्स ने थप्पड़ मारा। ख़बर में गोपाल को नासिक के शिवसेना सांसद हेमन्त गोडसे का समर्थक बताया गया। लेकिन अब सियासत के सूत्रों से पता चला है कि चैनल ने ये न्यूज़ फ़र्ज़ी चलाई है।
दरअसल ज़ी न्यूज़ द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में खुद इसका सबूत है। इस वीडियो में एआईएमआईएम नेता वारिस पठान शिवसेना सांसद रविंद्र गायकवाड़ द्वारा एयर इंडिया के कर्मचारी को चप्पल से मारने की घटना को गलत बताते हुए उसपर करवाई करने की बात कर रहे हैं।
लेकिन ज़ी न्यूज़ ने उनकी इस बाइट के साथ-साथ ओवैसी का वीडियो चलाकर पूरे पैकेज को कुछ इस तरह पेश किया कि मानों पठान कथित तौर पर ओवैसी पर हमला करने वाले गोपाल पर कार्यवाई की मांग कर रहे हों।
वीडियो:
एयर इंडिया के स्टाफ को चप्पल से मारने वाले शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ का वीडियो: