34 वर्षीय हिंदू शख्स की हत्या के बाद ऋषिकेश में भड़की सांप्रदायिक हिंसा के लिए स्थानीय लोगों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को ज़िम्मेदार ठहराया है। लोगों का कहना है कि ऋषिकेश एक पर्यटक स्थल है, जो पूरी दुनिया में शांती और आपसी भाईचारे के लिए जाना जाता है, लेकिन सत्ता परिवर्तन के साथ ही यहां की फिज़ा बदल गई है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि बीजेपी के सत्ता में आने के बाद से यहां ऐसी घटनाएं आम हो गई हैं। उनके लिए, ऋषिकेश में सांप्रदायिक हिंसा सिर्फ इस बात की एक याद दहानी है कि शांतिपूर्ण राज्य में बीजेपी की जीत से किस कदर दक्षिणपंथी समूह उत्साहित हैं।
बता दें कि 3 अक्टूबर को रायवाला क्षेत्र में लक्ष्मण सिंह कलूडा की हत्या कर शव रेल की पटरी पर फेंक दिया गया था। घटना का खुलासा करते हुए पुलिस ने हत्या में आरोपी इस्लाम और उसके पुत्र सलमान को गिरफ्तार किया था। हत्या में दूसरे समुदाय का हाथ होने की बात सामने आने के बाद कल स्वयं को हिंदुवादी कहने वाले कुछ लोगों ने जमकर बवाल किया और दूसरे समुदाय की दुकानों में तोड़फोड़ कर उन्हें जला दिया। सांप्रदायिक तनाव की यह आंच रायवाला से निकल कर श्यामपुर और ऋषिकेश तक पहुंच गई थी।
ऋषिकेश के सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट हरि गिरि से जब पूछा गया कि क्या यहां पहले भी ऐसी हिंसा हुई है तो उन्होंने कहा नहीं, यहां कभी ऐसी घटना नहीं हुई।
वहीं, इस मुद्दे पर कांग्रेस नेता राजपाल खरोला ने सवाल किया, “ऐसा क्यों है कि जब भाजपा सत्ता में आती है तो हम ऐसी घटनाओं को सुनते हैं? पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान ऐसा कोई घटना नहीं हुई थी”।
उन्होंने कहा कि इससे पहले ऋषिकेश में कभी सांप्रदायिक हिंसा की कोई घटना नहीं हुई थी। खरोला ने इस बात की चेतावनी दी कि 2019 तक हालात और बिगड़ जाएंगे।
कांग्रेस नेता ने कहा, “लोकतंत्र के लिए यह शर्मनाक है कि लोगों को उनके धर्म के आधार पर निशाना बनाया जा रहा है। हम चाहते हैं कि इस मामले की जांच हो और दोषियों को गिरफ्तार किया जाए”।