लोकसभा चुनाव के परिणाम आने से पहले विपक्षी दलों ने एक बार फिर चुनाव आयोग की कार्रवाई और ईवीएम पर सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं। बिहार के सारण जिले में सोमवार शाम आरजेडी के कार्यकर्ताओं ने ईवीएम लेकर जा रही एक गाड़ी को पकड़कर प्रशासन की नियत पर सवाल खड़े किए हैं। राष्ट्रीय जनता दल ने अपनी पार्टी के आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करके इस मामले से संबंधित कुछ डिटेल्स और तस्वीरें साझा की हैं।
सोमवार को शाम 7 बजे आरजेडी ने अपने आधिकारिक हैंडल से ट्वीट करते हुए लिखा, ‘अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रॉन्ग रूम के आस-पास मंडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फिराक में थी, उसे आरजेडी-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जबाब नही है। सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल?’
अभी-अभी बिहार के सारण और महाराजगंज लोकसभा क्षेत्र स्ट्रोंग रूम के आस-पास मँडरा रही EVM से भरी एक गाड़ी जो शायद अंदर घुसने के फ़िराक़ में थी उसे राजद-कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने पकड़ा। साथ मे सदर BDO भी थे जिनके पास कोई जबाब नही है। सवाल उठना लाजिमी है? छपरा प्रशासन का कैसा खेल?? pic.twitter.com/K1dZCsZNAG
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) May 20, 2019
चंदौली में भी विपक्षी नेताओं ने उठाए सवाल
गौरतलब है कि बिहार के अलावा यूपी के चंदौली में भी ईवीएम से लदे एक वाहन के जिला मुख्यालय आने के बाद यहां पर समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने विरोध प्रदर्शन किए थे। एसपी कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया था कि प्रशासन के अधिकारी बीजेपी की शह पर ईवीएम बदल रहे हैं। हालांकि प्रशासन ने कहा था कि सोमवार को उन EVM को स्ट्रॉन्ग रूम में रखा गया है, जिन्हें यहां सकलडीहा तहसील में रिजर्व मशीनों के रूप में रखा गया था।