रोहिंग्या शरणार्थियों के खिलाफ सशस्त्र अभियान के दौरान म्यांमार की सेना के कुछ सदस्यों ने बड़े पैमाने पर कथित तौर पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। इस संदर्भ में एक रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को पेश कर दी है।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
यह रिपोर्ट संयुक्त राष्ट्र के महासचिव को पेश कर दी गई है, महासचिव अब यह रिपोर्ट सुरक्षा परिषद में सोमवार 16 अप्रैल को पेश करेंगे। यह रिपोर्ट बांग्लादेश में स्थित लगभग सात लाख रोहिंग्या शरणार्थियों के पीड़ितों की इन्टरव्यू पर संकलित की गई है।
रिपोर्ट बनाने वालों में अंतर्राष्ट्रीय मेडिकल स्टाफ भी शामिल था। जिन्होंने पीड़ितों के बयानों और किलीनिकल साक्ष्य को इकट्ठा किया। स्थानीय भाषे में रोहिंग्या लोगों के खिलाफ सेना की कथित हिंसक कार्रवाई और यौन हिंसा के प्रक्रीया को ‘टाटमाडा’ कहा जाता है।