RSS के इस मुस्लिम कार्यकर्ता को मिल रही है जान से मारने की धमकी, AMU में खोलना चाहता है संघ का शाखा

राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (RSS) से जुड़े एक मुस्लिम कार्यकर्ता ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी में संघ की शाखा लगाने की वकालत की है। इसके लिए अब उसे दुबई से जान से मारे जाने की धमकी मिल रही है। समचार एजेंसी एएनआई के मुताबिक मुस्लिम कार्यकर्ता ने विश्वविद्यालय के वाइस चांसलर को एक पत्र लिखकर विश्वविद्यालय परिसर में शाखा लगाने की अनुमति मांगी है।

मोहम्मद आमिर राशिद नाम के आरएसएस कार्यकर्ता ने एएमयू में संघ की शाखा के लिए मांग उठाई है। राशिद का कहना है कि आरएसस की मुस्लिम और अल्पसंख्यक विरोधी छवि को मिटाना जरुरी है और शाखा लगती है तो इससे छात्रों को गहराई से आरएसएस के बारे में जानने का मौका मिलेगा।

राशिद ने सुझाया कि शाखा का नाम महान क्रांतिकारी पीर अली खान के नाम पर रखा जाए। राशिद ने एएनआई से कहा- ”एक गलत धारणा बनाई जा रही है कि आरएसएस मुस्लिम विरोधी है, वह वाकई में एक राष्ट्रवादी संगठन हैं।

अगर शाखा यहां लगती है तो छात्रों को आरएसएस के बारे में पता चलेगा।” राशिद ने आगे कहा- ”वास्तव में आरएसएस एक मात्र संगठन है जो राष्ट्र के लिए बिना किसी धार्मिक भेदभाव काम करती है।”

जब राशिद के पूछा गया कि आखिर उन्हें ऐसा क्यों लगा कि आरएसएस ज्वाइन करना चाहिए? राशिद ने बताया- ”मैं आरएसएस के द्वारा लगाई जाने वाली शाखाओं में जाता था और मैंने पाया कि वहां मुस्लिम विरोधी जैसी कोई बात नहीं थी।

वे बस राष्ट्र की बात करते हैं और धर्म के साथ उनका कुछ भी लेना देना नहीं है। मैं पिछले चार वर्षों से आरएसएस के कार्यक्रम और शाखाओं में शामिल होता रहा हूं।” राशिद के मुताबिक नागपुर स्थित मुख्यालय वाली आरएसएस में वह अकेले मुस्लिम नहीं हैं। उन्होंने कहा कि उनके साथ मुस्लिम समुदाय के 40-50 लोग जुड़े हैं जो आरएसएस की विचारधारा में यकीन करते हैं।

राशिद ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि शाखा से ज्यादा से ज्यादा लोग जुड़ेंगे। राशिद के मुताबिक बिना इतिहास और विचारधारा जाने लोग आरसएस के खिलाफ बोलने लगते हैं। उन्होंने कहा कि हाल ही में एएमयू के प्रेसिडेंट ने कहा था कि आरएसएस आतंकवादियों को पालती है जो कि सच नहीं है।

राशिद ने कहा कि एएमयू में शाखा लगाने पर गंगा-जमुनी तहजीब को फायदा मिलेगा और इससे हिंदू-मुस्लिम समुदायों में दोस्ती भी बढ़ेगी। राशिद ने कहा कि एएमयू के 1200 हिन्दू लोग शाखा में शामिल होना चाहते हैं लेकिन वह अपनी बात खुलकर नहीं रख सकते हैं।

राशिद के मुतबिक उन्हें आरएसएस का साथ निभाने के एवज में दुबई से जान से मारने की धमकी मिल रही है। राशिद ने कहा कि अगर देश के लिए जान भी चली जाए तो उसके लिए वह तैयार हैं। राशिद ने कहा कि वह संगठन से इस बारे में निर्देश मिलने के बाद ही उन लोगों के खिलाफ पुलिस में शिकायत करने की सोचेंगे।

साभार- ‘जनसत्ता’