बेंगलुरु: बंगलोर प्रेस क्लब के बैनर तले यहां आयोजित मीडिया से मुलाकात के दौरान कन्हैया कुमार ने पत्रकारों से कहा कि आरएसएस संविधान की प्रस्तावना से परिचित नहीं है. वह अपने खिलाफ किसी भी विरोधी आवाज बर्दाश्त नहीं कर सकती. उन्होंने अपने विचार में कहा कि प्रधानमंत्री, आरएसएस और भाजपा को यह बात समझने की जरूरत है कि वे लोग देश भक्त नहीं, उसका हिस्सा हैं.
खादी ग्रामोद्योग के कैलेंडर और डायरी से गांधी जी की तस्वीर हटाकर मोदी की तस्वीर चिपकाने से सम्बंधित सवाल के जवाब में उन्होंने कहा, वे भगत सिंह और बीआर अंबेडकर से भी असंतुष्ट थे. लेकिन वे इसका इजहार नहीं कर सकते, कि वह उनकी विचारधारा में विश्वास नहीं रखते हैं. जबकि भगत सिंह एक बुद्धिष्ट थे और अंबेडकर मनोस्मृति के खिलाफ आवाज उठाने वाले. उनहोंने आगे कहा कि उन्हें राजनीति से कोई दिलचस्पी नहीं, लेकिन चुनाव में हिस्सा लेना ही राजनीति नहीं है.
अच्छे दिन के बारे में बात करते हुए उन्होंने बताया कि, अच्छे दिन उन लोगों के लिए आए हैं जो मीडिया और ब्यूरोक्रेसी में रहते हुए अपने सिद्धांतों से सत्ता और धन के लिए समझौता किया है. यह आम लोगों और किसानों के लिए नहीं हैं.