आगरा : भाजपा की तर्ज पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने भी मिशन-2019 का संकल्प ले लिया है। फर्क इतना है कि भाजपा का संकल्प चुनावी है और संघ का विस्तारवादी। आरएसएस प्रमुख डा. मोहन राव भागवत ने गुरुवार को बंद कमरे में ब्रज प्रांत के संघचालकों संग संघ के विस्तार पर चर्चा की। ग्रामीण अंचल में शाखाओं की संख्या से वे संतुष्ट नहीं हैं। वर्ष 2019 तक ब्रज प्रांत के हर गांव में शाखा पर जोर दिया।
संघचालकों की बैठक का सिलसिला तो बुधवार को ही शुरू हो गया था मगर गुरुवार को उन्हें दो सत्रों में मार्गदर्शन मिला सरसंघचालक डा. मोहन राव भागवत का। पहले सत्र में संगठन के विस्तार और उसमें संघचालक की भूमिका पर विस्तार से चर्चा हुई। संघचालकों को उनके दायित्वों का बोध कराया। कहा कि संघ की व्यवस्था में संघचालक पहले हैं, प्रचारक बाद में। वर्ष 1929 में संघ में पहले संघचालक की भूमिका का निर्माण हुआ। शहरी क्षेत्रों में संघ की शाखाएं बीते सालों में बढ़ी हैं। मगर ग्रामीण अंचल में विस्तार करना है। कहा कि आज भी बहुतायत में आबादी गांव में निवास करती है। अगले साल यानि 2019 तक हर गांव तक शाखा पहुंचाने का लक्ष्य दिया गया है।
संघ प्रमुख ने कहा कि संघचालक हर हाल में सप्ताह में दो दिन गांवों में बिताएं। लोगों से संपर्क बढ़ाएं। जब भी संपर्क घटता है तो इसका नुकसान संघ को उठाना पड़ता है। अपने क्षेत्र की सेवा बस्तियों में जाने का आह्वान किया। कहा कि दलितों-निर्धनों के घर जाएं। उनकी दिक्कतें जानें। उनके साथ बैठें, भोजन करें।