शिवसेना सेना के सहयोग के बावजूद आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने राष्ट्रपति बनने की संभावनाओं से इनकार कर दिया है। भागवत ने कहा कि हम संघ के लिए काम करते हैं, हमें वहां जाना नहीं, अगर प्रस्ताव भी आता है तो हमें स्वीकार नही करना।
ख़बर के मुताबिक़ उन्होंने कहा कि आरएसएस में शामिल होने के बाद मैंने बाकी सभी दरवाजे बंद कर दिए हैं। मीडिया में जो चल रहा है वह हरगिज़ नहीं होगा।
Sangh mein kaam karte hain,humein wahan jana nahi.Prastav aata bhi hai toh swikar nahi karna: Bhagwat on his name being in running for Pres pic.twitter.com/oTASCX9nr8
— ANI (@ANI) March 29, 2017
Sangh mein kaam karte hain,humein wahan jana nahi.Prastav aata bhi hai toh swikar nahi karna: Bhagwat on his name being in running for Pres pic.twitter.com/oTASCX9nr8
— ANI (@ANI) March 29, 2017
बता दें कि भाजपा की सहयोगी शिवसेना ने कहा था कि अगर भाजपा देश को हिन्दू राष्ट्र बनाना है तो आरएसएस चीफ मोहन भागवत को राष्ट्रपति बनाना होगा। सोमवार को ‘सामना’ के कार्यकारी संपादक संजय रावत ने राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाए जाने का प्रस्ताव भी किया था।
उल्लेखनीय है कि वर्तमान राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की अवधि जुलाई में समाप्त हो रही है। अगला राष्ट्रपति इससे पहले चुन लिया जाएगा।