केरल में संघ और वामपंथी समर्थकों में चल रही राजनीतिक हिंसा के बीच आरएसएस के महासचिव पी गोपालन कुट्टी ‘मास्टर’ ने एक बार फिर कहा है कि काडर का मनोबल ऊंचा रखने के लिए बदला लिया जाना जरूरी है।
एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि फिलहाल चल रही शांति वार्ता से कोई फायदा होने वाला नहीं। वामपंथी काडर ने इस शांति वार्ता का फायदा उठाया और हमले करने के लिए दोबारा संगठित हो गए हैं।
कुट्टी ने कहा कि संघ और भाजपा कार्यकर्ताओं को अपने बचाव के लिए हमला करना जरूरी है। हमने अपने लोगों से तैयार रहने को कहा है क्योंकि किसी भी समय उन्हें निशाना बनाया जा सकता है।
जब उनसे पूछा गया कि संघ प्रमुख मोहन भागवत ने खुद ही शांति वार्ता में हिस्सा लेने के लिए कहा तो कुट्टी ने कहा कि हम बातचीत को तैयार है और इस प्रक्रिया के खिलाफ नहीं।