कोलकाता: दक्षिणपंथी हिंदूवादी संगठन आरएसएस देश में भगवाकरण को बढावा देने की कोई कसर नहीं छोड़ रहा। भगवाकरण को राष्ट्रवाद और भारतीयता के साथ जोड़ने के लिए अब आरएसएस देश में शॉर्ट फिल्म और डॉक्यूमेंट्री फेस्टिवल का आयोजन करने जा रहा है। आरएसएस इसके लिए फिल्म प्रोड्यूस करने वाले निर्माता को पैसे भी मुहैया करवाएगी।
इस बात की पुष्टि करते हुए आरएसएस प्रवक्ता मनमोहन वैद्य ने कहा है कि हमें अपनी फिल्मों के जरिये भारत और राष्ट्रीयता को बढावा देना चाहिए। मैं समझता हूँ की शॉर्ट फ़िल्में जनसंचार का माध्यम हैं। जिसे हम सामाजिक और राष्ट्रीय जागरूकता के लिए कर सकते हैं। आज के वक़्त में सिनेमा से भारतीयता खत्म होती जा रही है इसलिए देश के युवा भी भटक रहे हैं।
हमें उन्हें सही रास्ते पर लाने के लिए ये कदम उठाने की जरूरत पड़ रही है। हमारे इस कदम के साथ देश के युवाओं में देश में सामाजिक बदलाव लाने की भावना पैदा होगी। इस फेस्टिवल का आयोजन देश के कई राज्यों में हो रहा है। इस महीने असम, केरल, पश्चिम बंगाल में आरएसएस इसका आयोजन करेगा। इसके साथ-साथ इसका योजना का हिस्सा बनने वाले डायरेक्टर्स और प्रोड्यूसर्स के लिए एक ट्रस्ट भी बनाया जाएगा।
पश्चिम बंगाल में होने वाले फिल्म फेस्टिवल के आयोजन का टाइटल होगा ‘मानुष चाय’ और इसका सब्जेक्ट होगा ‘देशभक्ति और हिंदुत्व’.
गौरतलब है की मोदी सरकार के केंद्र में आने के बाद हिंदूवादी तत्व ज्यादा एक्टिव हुए हैं और देश हिंदुत्व को बढावा दिया जा रहा है। ऐसे में आरएसएस का ये कदम किस देश को किस तरफ लेकर जाएगा?