अयोध्या: आरएसएस की निचली संगठन की ओर से राम मंदिर के लिए श्रीवंदी के साहिल पर नमाज़ पढ़ने की समारोह की योजना बनाया गया था। साधुओं और हिंदुवादियों की ओर से विरोध किये जाने के बाद यह समारोह रद्द कर देनी पड़ी और मजार पर जाकर नमाज़ अदा करनी पड़ी।
Facebook पे हमारे पेज को लाइक करने के लिए क्लिक करिये
बताया जाता है कि श्रीवंदी पर मुसलमानों की मौजूदगी साधुओं को पसंद नहीं आई, इस लिए अयोध्या में नमाज़ समारोह से नापाक हुई श्रीवंदी को दो दिन बाद दूध से शुद्ध किया गया। इस के लिए अयोध्या के कई साधुओं ने श्रीवंदी के पानी में खड़े होकर 51 लीटर दूध नदी में बहाया और पूजा की।
इस समारोह के आयोजक महंत दलीप दास ने कहा कि राम मंदिर निर्माण में आ रही रुकावटों को दूर करने के लिए श्रीवंदी में दूध चढाया गया है। साधुओं ने कहा कि श्रीवंदी की पवित्रता को खत्म करने की साजिश करने वालों को अयोध्या में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।