पत्रकारों ने कहा कि सैफ़ुल्लाह आतंकी है, इसलिए डेडबॉडी लेने से मना किया: सरताज

सैफ़ुल्लाह की डेडबॉडी लेने से मना करने के एक दिन बाद उनके पिता सरताज ने इस मुठभेड़ की न्यायिक जांच की मांग की है। टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में सरताज ने कहा, ‘एटीएस से मिली जानकारी और मीडिया में आई ख़बरों के आधार पर उन्होंने सैफ़ुल्लाह का शव लेने से मना किया था। मगर मैं जानना चाहता हूं कि आख़िर सच क्या है? उन्होंने कहा कि वो किसी नतीजे पर नहीं पहुंचना चाहते बस सिर्फ सच जानना चाहते हैं।’

सरताज आगे कहते हैं, ‘मैं इस पूरे हादसे की जांच की मांग मीडिया के माध्यम से कर रहा हूं। न्यूज़ चैनलों से हुई बातचीत के दौरान भी मैंने जांच की मांग की लेकिन किसी ने मेरी मांग नहीं छापी। सरताज आगे कहते हैं, मगर मैं जानना चाहता हूं कि इस मामले का सच क्या है। वह महज़ दो महीने पहले घर से भागा और इस हद तक रेडिकलाइज़ हो गया कि लखनऊ में इतना बड़ा मामला हो गया।’

टाइम्स ऑफ इंडिया के रिपोर्टर उरूज खान से बातचीत में सरताज ने कहा, ‘वह काम पर थे, तभी कुछ लोग उनके पास पहुंचे और खुद को एटीएस का सदस्य बताया। उन्होंने कहा कि सैफुल्लाह ने खुद को कमरे में बंद कर लिया है और पुलिस पर फायरिंग कर रहा है। यह सुनकर मैं हैरान रह गया।’ इसके बाद वह घर पहुंचे तो टीवी पर लाइव एनकाउंटर चल रहा था।

सरताज ने आगे कहा, ‘इसके बाद पत्रकार और चैनलों में काम करने वाले अन्य कर्मी उनके घर पर पहुंचने लगे। उन्होंने कहा कि मेरा बेटा आतंकवादी गतिविधियों में शामिल है और पुलिसवालों पर गोलीबारी की है। मैंने उन पत्रकारों पर यक़ीन किया और उसकी बॉडी लेने से मना कर दिया।’