समाजवादी पेंशन गरीबों और विधवाओं का एकमात्र सहारा, अब बंद होने से पेरशान है आज़मगढ़ के लोग

आज़मगढ़: उत्तर प्रदेश में साल 2012 में समाजवादी पार्टी के सत्ता में आने के बाद समाजवादी के नाम से प्रदेश में कई योजनाएं लागू की गई लेकिन अब समाजवादी से जुड़े योजनाओं को बंद करने और उनके नाम को बदलने की कवायद चल रही है तो राज्य की जनता इस बारे में सोचने के लिए परेशान है कि आखिर उनको जो सहारा मिल रही अब उसका क्या होगा?
समाजवादी योजनाओं में समाजवादी पेंशन योजना भी शामिल है जिससे गरीबो को सहारा मिला लेकिन योगी सरकार के अस्तित्व में आने से उसको भी बंद करने का निर्णय ले लिया गया है।
समाजवादी पार्टी का गढ़ माने वाले आज़मगढ़ ज़िले में जब से समाजवादी पेंशन को बंद करने की खबर ​मिली है तब से लोग इस बात को सोच कर हैरान है कि हर महिने उनको 500 रूपए का जो सहारा मिल रहा था उससे उनको बेसहारा होना पड़ेगा। आज़मगढ़ जिले में 108000 लोग समाजवादी पेंशन से लाभांवित होते है लेकिन मार्च का पेंशन प्राप्त करने बाद अब उनको आने वाले दिनों में समाजवादी पेंशन नहीं मिलेगी।