सोशल मीडिया वकालत समूह के विवेक के मुताबिक, मक्का में मस्जिद अल हरम के इमाम और उपदेशक शेख सलेह अल-तालिब को सऊदी अधिकारियों ने गिरफ़्तार कर लिया।
मिडिल ईस्ट मॉनिटर के मुताबिक, कार्यकर्ताओं ने कहा कि अल-तालिब का “बुराई करने” पर आखिरी बयान दिया था। जिसकी वजह से उन्हें गिरफ़्तार कर लिया गया। आपको बता दें कि, सऊदी सरकार ने सिर्फ कुछ ही महीनों में दर्जनों इमाम और कार्यकर्ताओं को गिरफ़्तार किया है। जिसके लिए सऊदी की दुनियाभर में आलोचना हो रही है।
अलक़ुद्सुल अरबी की वेबसाइट की रिपोर्ट के अनुसार सोशल मीडिया पर धार्मिक मामलों के बंदियों के पेज पर लिखा है कि आले तालिब को रविवार को हाजियों को संबोधित किया था।
सोशल मीडिया पर सक्रिय कार्यकर्ताओं का कहना है कि आले तालिब ने अपने हालिया पत्र में गुप्त रूप से मुहम्मद बिन सलमान की ओर से कल्याणकारी परिषद की आलोचना की थी।
सोशल मीडिया पर धार्मिक मामलों के बंदियों के पेज पर लिखा है कि सऊदी अरब के अधिकारियों ने इससे पहले शमर क़बीले के सरदार शैख़ अली बिन एबार ज़अल को गिरफ़्तार कर लिया था।