बड़ी खबर: क़तर की तरफ़ सऊदी अरब का झुकाव, नयोता भेजा!

सऊदी अरब के नरेश शाह सलमान ने क़तर के अमीर शैख़ तमीम बिन हमद आले सानी को फ़ार्स खाड़ी सुरक्षा परिषद के 39वें शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए न्योता दिया है।

यह शिखर सम्मेलन आगामी 9 दिसम्बर को सऊदी अरब के दम्माम शहर में आयोजित किया जा रहा है। कुवैती सूत्रों ने पहले ही बताया था कि सऊदी अरब बहुत जल्द क़तर के अमीर को सऊदी अरब की यात्रा का न्योदा देने वाले हैं।

टीकाकारों का मानना है कि क़तर को दम्माम बैठक में बुलाने का मतलब यह है कि सऊदी अरब ने क़तर की नाकाबंदी की अपनी योजना के नाकाम होने की बात स्वीकार कर ली है।

सऊदी अरब, मिस्र, बहरैन और इमारत ने पांच जून 2017 को क़तर पर आतंकवाद के समर्थकन जैसे कई गंभीर आरोप लगाकार उसकी नाकाबंदी कर दी थी।

इन देशों ने 23 जून 2017 को क़तर के सामने 13 शर्तें रखी थीं और कहा था कि क़तर यदि इन शर्तों को पूरा करता है तो उसकी नाकाबंदी समाप्त कर दी जाएगी।

क़तर के सामने शर्त रखी गई कि वह ईरान और हिज़्बुल्लाह से संबंध समाप्त करे, अलजज़ीरा टीवी चैनल को बंद करे और अपनी धरती पर तुर्की की सैन्य छावनियों को समाप्त करे।

क़तर का कहना था कि उसके सामने जो शर्तें रखी गई हैं वह क़तर की राष्ट्रीय संप्रभुता का हनन करने वाली हैं अतः क़तर इनमें से किसी भी शर्त को स्वीकार नहीं कर सकता।

सऊदी अरब ने इसी तरह एलान किया था कि वह क़तर से मिलने वाली अपनी ज़मीनी सीमा के पास एक नहर खोदेगा ताकि क़तर का ज़मीन से संपर्क टूट जए और क़तर एक द्वीप में बदल जाए। क़तर की नाकाबंदी में इस्लामी गणतंत्र ईरान और तुर्की जैसे देशों ने उसकी मदद की और नाकाबंदी को नाकाम बनाया।

साभार- ‘parstoday.com’