सऊदी अरब ने कतर को लेकर अपने रूख में नर्मी बरतने से इंकार करते हुए कहा कि उसकी मांगों पर बातचीत नहीं हो सकती। सऊदी अरब ने यह बयान तब दिया जब अमरीकी विदेश मंत्री रेक्स टिलरसन ने खाड़ी देशों के संकट पर कतर के विदेश मंत्री से बातचीत की।
सऊदी अरब के विदेश मंत्री अदेल अल-जुबेर भी कल वाशिंगटन में थे और विवाद सुलझाने के लिए अमरीका और कुवैत के राजनयिकों के प्रयासों के बीच वह अपने रूख पर कायम रहे।
जुबेर ने ट्विटर पर कहा कि कतर को लेकर हमारी मांगों पर कोई समझौता नहीं किया जा सकता।अब यह कतर पर निर्भर करता है कि वह चरमपंथी और आतंकवादी संगठनों को अपना समर्थन देना बंद करें।
बता दें कि सऊदी अरब ने अल-जजीरा को बंद करने, ईरान के साथ राजनयिक संबंधों का दर्जा घटाने और अमीरात में तुर्की का सैन्य अड्डा बंद करने समेत कतर के लिए 13 मांगों की सूची रखी है।
अमरीका ने कहा है कि कुछ मांगें स्वीकार करना कतर के लिए मुश्किल होगा। उसने सऊदी अरब से कहा कि वह उचित और कार्रवाई योग्य समस्याओं की सूची रखें।