अब तक सऊदी दुनिया का एकलौता देश था जहां महिलाओं को ड्रायविंग करने का अधिकार नहीं था। लेकिन अब यह बैन हट गया है और सऊदी अरब में महिलाएं भी सड़कों पर गाड़ी चला सकेंगी।
सऊदी अरब के शासक सलमान बिन अब्दुल अजीज अल सौद ने इसे लेकर आदेश जारी किया है। इसके बाद इस फैसले की दुनियाभर में सराहना हो रही है।
लेकिन अभी भी इस देश में महिलाओं से कई मामलों में लैंगिक आधार पर भेदभाव किया जाता है। सऊदी अरब में महिलाएं के लिए ऐसी बहुत सी चीजों की मनाही है जिन्हें वे नहीं कर सकतीं।
अकेली बाहर नहीं जा सकतीं
सऊदी अरब में यह भी नियम है कि घर से बाहर निकलते समय महिलाओं के साथ एक पुरुष अभिभावक का होना जरूरी है। शॉपिंग मॉल से लेकर डॉक्टर के पास जाने तक यहां पर पुरुष अभिभावक उनके साथ होता है।
महिलाओं के लिए ड्रेस कोड
सऊदी में महिलाओं के लिए ड्रेस कोड है। महिलाओं को हिजाब और बुर्का पहनना जरूरी होता है। सार्वजनिक जगहों पर ज्यादा मेकअप और कम कपड़ों में दिखाई देने पर धार्मिक पुलिस उन्हें रोक सकती है। सार्वजनिक स्थलों पर खुद को सिर से पैर तक ढक कर रखना जरूरी होता है।
पुरुषों से मेलजोल पर रोक
सऊदी अरब में महिलाओें से उम्मीद की जाती है कि वे परिवार के सदस्यों को छोड़कर अन्य पुरुषों से कम बातचीत करेंगी। कार्यालयों, बैंकों और विश्वविद्यालयों में महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग निकास मार्ग होता है।
स्विमिंग पर भी रोक
सऊदी अरब में महिलाओं को सार्वजनिक स्विमिंग पूल में स्नान करने से मनाही है। महिलाएं ऐसे स्विमिंग पूल का इस्तेमाल नहीं कर सकतीं जिनका इस्तेमाल पुरुषों के द्वारा किया जाता हो। महिलाएं केवल ऐसे ही स्विमिंग पूल में स्नान कर सकती हैं जिसमें केवल महिलाएं ही स्नान करती हों।
महिला खिलाड़ियों के लिए सख्त नियम
सऊदी में महिला खिलाड़ियों को कड़े नियमों से गुजरना पड़ता है। महिलाओं के लिए खेलों में खुलकर हिस्सा लेना एक कठिन काम है। हालांकि, महिलाओं को खेलों में हिस्सा लेने की अनुमति है लेकिन उन्हें अपने साथ पुरुष अभिभावक और धार्मिक रूप से स्वीकृति स्पोर्ट्स किट रखना होता है।
कपड़ों के ट्रायल से मनाही
सऊदी अरब की महिलाएं मॉल या बाजार में शॉपिंग करते समय कपड़ों का ट्रायल नहीं कर सकती। वहां पर महिलाओं से उम्मीद की जाती है कि शॉपिंग करते समय वे कपड़ों का ट्रायल नहीं लेंगी। कपड़ों का ट्रायल करते समय पकड़े जाने पर सजा का भी प्रावधान है।
बार्बी नहीं खरीद सकतीं
सऊदी अरब में बार्बी को यहूदी खिलौना बताया गया है और उसके कपड़ों को गैर-इस्लामी करार दिया गया है। इसलिए महिलाएं उसे खरीद नहीं सकती।
पति की इजाजत के बिना बैंक अकाउंट नहीं
देश के किसी भी बैंक में महिलाओं के बैंक अकाउंट उनके पति की इजाजत के बाद ही खोले जाते हैं। अविवाहित महिलाओं के लिए तो इसकी मनाही ही है।
शादी के मामले में भी पाबंदी
सुन्नी महिलाएं शिया और नास्तिक पुरुषों से शादी नहीं कर सकतीं।