सुप्रीम कोर्ट की ओर से एससी-एसटी एक्ट में बदलाव के खिलाफ सोमवार को घोषित भारत बंद का कई संगठनों ने समर्थन किया है. इसके तहत कई पार्टियों और संगठनों के कार्यकर्ता सोमवार को सड़कों पर उतरेंगे. संगठनों की मांग है कि अनुसूचित जाति, जनजाति अत्याचार निवारण अधिनियम 1989 में संशोधन को वापस लेकर एक्ट को पूर्व की तरह लागू किया जाए. दूसरी तरफ केंद्र सरकार सुप्रीम कोर्ट में इस फैसले को लेकर सोमवार को रिव्यू पिटीशन दाखिल करने वाली है.
वहीं बंद के मद्देनजर सीबीएसई ने पंजाब में होने वाली सीबीएसई 10वीं-12वीं की परीक्षाओं को रद्द कर दिया है. सीबीएसई ने इस संबंध में प्रेस रिलीज जारी किया है जिसमें लिखा है, “पंजाब सरकार के डीजी स्कूल शिक्षा ने हमें पत्र लिखा था कि 2 अप्रैल को भारत बंद के दौरान कानून व्यवस्था की समस्या और स्कूली छात्रों की सुरक्षा को देखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों को बंद रखने का फैसला किया है. हमारी सीबीएसई से गुजारिश है कि 2 अप्रैल को निर्धारित सीबीएसई की परीक्षाओं को रद्द कर दिया जाए.”
सीबीएसई ने आगे लिखा, “इस पत्र को संज्ञान में लेते हुए सीबीएसई ने पंजाब में 2 अप्रैल को होने वाली 10वीं-12वीं की परीक्षाओं को पोस्टपोन किया है. चंडीगढ़ यूनियन टेरीटरी और देश के अन्य हिस्सों में परीक्षाएं पूर्व निर्धारित टाइम टेबल के अनुसार होंगी.”
इस बीच केंद्र सरकार सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में रिव्यू पिटीशन दाखिल करके कोर्ट से अपने फैसले पर पुनर्विचार करने की अपील करेगी. बीजेपी के कई सांसदों सहित कई दलों ने केंद्र सरकार के सामने यह मांग रखी कि वो इस मामले पर पुनर्विचार याचिका दाखिल करे.